विश्व जनसंख्या दिवस प्रतिवर्ष 11 जुलाई को संपूर्ण विश्वभर में मनाया जाता है। अति शीघ्र गति से बढ़ रहे जनसंख्या के प्रति लोगों को जागरूक करना यही इस दिवस को मनाने के पीछे का उद्देश्य है। यह जागरूकता आने वाले मानव समाज की नई पीढ़ियों को एक बेहतर जीवन देने का संदेश देती है। अगर छोटा परिवार होगा तो बच्चों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य वातावरण के साथ अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं बेहतर तरीके से दी जा सकेंगी; इस बात को इस दिन लोगों को समझाया जाता है। आज किस पोस्ट में हम विश्व जनसंख्या दिवस की जानकारी के साथ-साथ इससे जुड़े कई सारे सवालों के जवाब आपके लिए लेकर आए हैं।
दोस्तों किसी भी देश की लोकसंख्या उस देश का भविष्य तय करती है। आज भारत की जनसंख्या लगभग 1.353 बिलियन (2018) है। अब इतने सारे लोगों के लिए रोजगार पैदा करना किसी भी देश के लिए एक बड़ी समस्या होती है।
भारत में हर 1 मिनट में 25 बच्चे जन्म लेते हैं। हालांकि, इन आंकड़ों में गांव और कस्बों में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या नहीं है। भारत हमेशा कोशिश करता है कि - उसकी जनसंख्या समतोल रहे। इसलिए वह कई सारी योजनाएं या कार्यक्रम चलाता है। जैसे.- ''हम दो हमारे दो'' लेकिन, हमारे देश में दीवार पर लगे इस बोर्ड को देखकर घर जाते ही भूल जाते हैं और दूसरे बच्चे की तैयारी में लग जाता है। तो कैसे भारत देश में जनसंख्या समतोल होगी? यह हमारे लिए वर्तमान तथा भविष्य में चिंता का विषय है।
खैर, इसीलिए हम 11 जुलाई को प्रतिवर्ष विश्व जनसंख्या दिवस मनाते हैं। ताकि हम अति शीघ्र गति से बढ़ रहे जनसंख्या के प्रति लोगों को जागृत कर सके तथा खुद भी जागरूक हो सके। 11 जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस के बारे में अधिक जानने के लिए क्लिक करें ⇨ 11 जुलाई - विश्व जनसंख्या दिवस; आज गंभीर होने की जरूरत है!
तो दोस्तों आइए अब हम नजर डालते हैं; विश्व जनसंख्या दिवस पर लोगों द्वारा पूछे गए सवालों पर! इसी के साथ हम उसका जवाब भी जानेंगे।
उम्मीद है दोस्तों इन सभी सवालों के अंतर्गत आपके मन में भी चल रहे विश्व जनसंख्या दिवस के सवाल आ गए होंगे। यदि कोई सवाल छूट गया है; तो आप कमेंट में पूछ सकते हैं, हम उसका जवाब जरूर देंगे।
हमारी राय : दोस्तों दुनिया में हर कोई इंसान एक खुशहाल जिंदगी जीना चाहता है। लेकिन, बेरोजगारी, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, सामानों की बढ़ती कीमतें आदि से हम सभी परेशान हैं। इन सभी समस्याओं से हम छुटकारा पा सकते हैं। जी हां! यह बिल्कुल मुमकिन है कि - हम एक खुशहाल जिंदगी जी सकता है। हालांकि, इसके लिए हमें सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम के अंतर्गत अपने परिवार नियोजन पर ध्यान देना होगा। इससे यह होगा कि - हमारे देश की जनसंख्या नियंत्रित रहेगी। नियंत्रित लोकसंख्या के साथ सभी लोगों को रोजगार प्राप्त होंगे। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बहुत कम हो जाएंगी। किसी भी चीज का उपभोग करने वाले लोगों की संख्या कम हो जाने के कारण वस्तुओं की कीमतें भी कम हो जाएंगी।
दोस्तों जनसंख्या नियंत्रित करने का अवसर अभी भी हमारे हाथ में है। अगर आज हमने जनसंख्या को नियंत्रित कर दिया तो मानव समाज की आने वाली नई पीढ़ियों एक अच्छा जीवन प्राप्त हो सकता है। इसीलिए आइए इस विश्व जनसंख्या दिवस पर हम परिवार नियोजन की कसम खाएं और जितना हो सके लोगों तक परिवार नियोजन की महत्ता को समझाएं। जी बिल्कुल! यह हमें ही करना है; क्योंकि, यह देश हमारा है, इस देश के लोग हमारे हैं, हम इस देश के नागरिक हैं।
उम्मीद करते हैं दोस्तों, हमारे द्वारा दी गई जानकारी आप सभी दोस्तों को बेहद पसंद आई होगी और आप उसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करेंगे। साथ ही साथ कमेंट बॉक्स में दी गई जानकारी के बारे में अपनी राय जरूर देंगे। क्योंकि, दोस्तों कमेंट बॉक्स आपका ही है।
July 11 - Information about World Population Day in Hindi - Technical Prajapati |
सामग्री सारणी
- 1. World Population Day - information in Hindi
- 2. विश्व जनसंख्या दिवस कब और कब से मनाया जाता है?
- 3. विश्व जनसंख्या दिवस क्यों मनाया जाता है?
- 4. राष्ट्रीय / भारतीय या भारत में जनसंख्या दिवस कब मनाया जाता है?
- 5. विश्व जनसंख्या दिवस 2020 की थीम क्या है?
- 6. भारत की जनसंख्या कितनी है?
- 7. भारत की जनसंख्या वृद्धि दर कितनी है?
World Population Day - information in Hindi
सन 1987 से विश्व जनसंख्या दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है। दरअसल, 11 जुलाई 1987 को विश्व की जनसंख्या 5 अरब से ज्यादा हो गई थी। तब संयुक्त राष्ट्र ने जनसंख्या वृद्धि को लेकर दुनिया भर में जागरूकता फैलाने के लिए इस दिवस को मनाने का निर्णय लिया। प्रतिवर्ष हम इस दिन भर बढ़ती जनसंख्या की समस्या को याद करते हैं और परिवार नियोजन का संकल्प लेते हैं। लेकिन इसके बावजूद आज विश्व की आबादी 777 करोड़ (7.7 अरब) के पार पहुँच चुकी है।दोस्तों किसी भी देश की लोकसंख्या उस देश का भविष्य तय करती है। आज भारत की जनसंख्या लगभग 1.353 बिलियन (2018) है। अब इतने सारे लोगों के लिए रोजगार पैदा करना किसी भी देश के लिए एक बड़ी समस्या होती है।
भारत में हर 1 मिनट में 25 बच्चे जन्म लेते हैं। हालांकि, इन आंकड़ों में गांव और कस्बों में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या नहीं है। भारत हमेशा कोशिश करता है कि - उसकी जनसंख्या समतोल रहे। इसलिए वह कई सारी योजनाएं या कार्यक्रम चलाता है। जैसे.- ''हम दो हमारे दो'' लेकिन, हमारे देश में दीवार पर लगे इस बोर्ड को देखकर घर जाते ही भूल जाते हैं और दूसरे बच्चे की तैयारी में लग जाता है। तो कैसे भारत देश में जनसंख्या समतोल होगी? यह हमारे लिए वर्तमान तथा भविष्य में चिंता का विषय है।
खैर, इसीलिए हम 11 जुलाई को प्रतिवर्ष विश्व जनसंख्या दिवस मनाते हैं। ताकि हम अति शीघ्र गति से बढ़ रहे जनसंख्या के प्रति लोगों को जागृत कर सके तथा खुद भी जागरूक हो सके। 11 जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस के बारे में अधिक जानने के लिए क्लिक करें ⇨ 11 जुलाई - विश्व जनसंख्या दिवस; आज गंभीर होने की जरूरत है!
तो दोस्तों आइए अब हम नजर डालते हैं; विश्व जनसंख्या दिवस पर लोगों द्वारा पूछे गए सवालों पर! इसी के साथ हम उसका जवाब भी जानेंगे।
विश्व जनसंख्या दिवस कब और कब से मनाया जाता है?
विश्व जनसंख्या दिवस क्यों मनाया जाता है?
राष्ट्रीय / भारतीय या भारत में जनसंख्या दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व जनसंख्या दिवस 2020 की थीम क्या है?
भारत की जनसंख्या कितनी है?
भारत की जनसंख्या वृद्धि दर कितनी है?
उम्मीद है दोस्तों इन सभी सवालों के अंतर्गत आपके मन में भी चल रहे विश्व जनसंख्या दिवस के सवाल आ गए होंगे। यदि कोई सवाल छूट गया है; तो आप कमेंट में पूछ सकते हैं, हम उसका जवाब जरूर देंगे।
हमारी राय : दोस्तों दुनिया में हर कोई इंसान एक खुशहाल जिंदगी जीना चाहता है। लेकिन, बेरोजगारी, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, सामानों की बढ़ती कीमतें आदि से हम सभी परेशान हैं। इन सभी समस्याओं से हम छुटकारा पा सकते हैं। जी हां! यह बिल्कुल मुमकिन है कि - हम एक खुशहाल जिंदगी जी सकता है। हालांकि, इसके लिए हमें सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम के अंतर्गत अपने परिवार नियोजन पर ध्यान देना होगा। इससे यह होगा कि - हमारे देश की जनसंख्या नियंत्रित रहेगी। नियंत्रित लोकसंख्या के साथ सभी लोगों को रोजगार प्राप्त होंगे। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बहुत कम हो जाएंगी। किसी भी चीज का उपभोग करने वाले लोगों की संख्या कम हो जाने के कारण वस्तुओं की कीमतें भी कम हो जाएंगी।
दोस्तों जनसंख्या नियंत्रित करने का अवसर अभी भी हमारे हाथ में है। अगर आज हमने जनसंख्या को नियंत्रित कर दिया तो मानव समाज की आने वाली नई पीढ़ियों एक अच्छा जीवन प्राप्त हो सकता है। इसीलिए आइए इस विश्व जनसंख्या दिवस पर हम परिवार नियोजन की कसम खाएं और जितना हो सके लोगों तक परिवार नियोजन की महत्ता को समझाएं। जी बिल्कुल! यह हमें ही करना है; क्योंकि, यह देश हमारा है, इस देश के लोग हमारे हैं, हम इस देश के नागरिक हैं।
उम्मीद करते हैं दोस्तों, हमारे द्वारा दी गई जानकारी आप सभी दोस्तों को बेहद पसंद आई होगी और आप उसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करेंगे। साथ ही साथ कमेंट बॉक्स में दी गई जानकारी के बारे में अपनी राय जरूर देंगे। क्योंकि, दोस्तों कमेंट बॉक्स आपका ही है।
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