साहित्य अकादमी पुरस्कार संपूर्ण जानकारी हिंदी में (Sahitya Akademi Award complete information in Hindi) : प्रत्येक वर्ष भारतीय लेखकों के द्वारा लिखे गए भारतीय भाषाओं की प्रकाशित श्रेष्ठ कृतियों के लिए भारतीय साहित्य अकादमी द्वारा दिया जाता है। इस पुरस्कार को सर्वप्रथम 1955 में दिया गया था। यह पुरस्कार कुल 24 भाषाओं के अंतर्गत भारतीय लेखकों द्वारा लिखे गए प्रकाशित श्रेष्ठ कृतियों के लिए दिया जाता है। आज की इस पोस्ट के जरिए हम साहित्य अकादमी पुरस्कार के बारे में संपूर्ण जानकारी लेने वाले हैं।

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साहित्य अकादमी पुरस्कार जानकारी - Technical Prajapati

साहित्य अकादमी पुरस्कार

दोस्तों, भारतीय साहित्य अकादमी की स्थापना भारत सरकार द्वारा 12 मार्च 1954 में की गई थी। यह भारत की राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था है और इसी संस्था के द्वारा प्रतिवर्ष साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया जाता है। पहला साहित्य अकादमी पुरस्कार 1955 में दिया गया था। यह पुरस्कार आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भारतीय भाषाओं [प्रदत्त प्रमुख भाषा] के अलावा राजस्थानी तथा अंग्रेजी भाषा को मिलाकर कुल 24 भाषाओं के प्रकाशित श्रेष्ठ कृतियों के लिए प्रदान किया जाता है।

24 फरवरी 2020 को 2019 साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया। 2019 के लिए कुल 23 भाषाओं की प्रकाशित श्रेष्ठ कृतियों के लिए यह पुरस्कार दिए गए। साहित्य अकादमी पुरस्कार 2019 विजेताओं की सूची इस पर क्लिक करके आप संपूर्ण सूची देख सकते हैं।

साहित्य अकादमी पुरस्कार स्वरूप

इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले साहित्यकार को एक ताम्रपत्र के साथ ₹100000 की नगदी दी जाती है। हालांकि शुरुआती दौर में यह राशि ₹5000 थी। आइए आपको बताते हैं कि - इस पुरस्कार के लिए कब कितनी राशि बढ़ाई गई।

💰 1955 से 1982 तक ₹5000
💰 1983 से 1987 तक ₹10000
💰 1988 से 2000 तक ₹25000
💰 2001 और 2002 को  ₹40000
💰 2003 से 2009 तक ₹50000
💰 2010 से अब तक [2019]  ₹100000 की राशि प्रदान की जाती है।

साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कार विजेता को दिए जाने वाले ताम्रपत्र को आप नीचे दिए गए चित्र में देख सकते हैं।

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साहित्य अकादमी के लिए मान्य भाषाएं

साहित्य अकादमी के लिए मान्य भाषाएं
01. हिन्दी 02. कन्नड़ 03. कश्मीरी
04. कोंकणी 05. मैथिली 06. मलयालम
07. मणिपुरी 08. मराठी 09. तमिल
10. तेलुगू 11. उर्दू 12. असमिया
13. बंगाली 14. बोड़ो 15. डोगरी
16. गुजराती 17. संस्कृत 18. संथाली
19. सिन्धी 20. नेपाली 21. ओड़िया
22. पंजाबी 23. राजस्थानी 24. अंग्रेज़ी

***सीधी बात नो बकवास :- दोस्तों, साहित्य अकादमी पुरस्कार यह एक ऐसा पुरस्कार है - जिसे साहित्य अकादमी द्वारा प्रतिवर्ष दिया जाता है। इस पुरस्कार को प्रथम बार 1955 में दिया गया था। यह पुरस्कार कुल 24 भाषाओं में प्रकाशित किए गए श्रेष्ठ कृतिओं के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार के तौर पर ₹100000 की राशि और ताम्रपत्र प्रदान किया जाता है।

साहित्य अकादमी पुरस्कार - चयन प्रक्रिया

आइए दोस्तों आपको बताते हैं - साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए चयन प्रक्रिया कैसे की जाती है? लेकिन उससे पूर्व हम यह जान लेते हैं की - साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए पुस्तक को कैसा होना चाहिए? और प्राप्तकर्ता को किस नियमों का पालन करना चाहिए?

साहित्य अकादमी पुरस्कार - नियम

किसी भी पुस्तक को पुरस्कार के विचारार्थ होने के लिए संबद्ध भाषा तथा साहित्य में योगदान होना चाहिए। पुस्तक को सर्जनात्मक या समालोचनात्मक होना चाहिए तो ही कार्य मंडल उसे विचारणीय करेंगे।

यदि कोई कृति लेखक के मृत्यु के बाद प्रकाशित हुई तो सिर्फ 3 वर्ष के लिए ही विचारणीय होगी।

यदि कार्यकारी मंडल को ऐसा लगता है या सबूत प्राप्त होते है की प्रतिष्ठित करने के लिए समर्थन जुटाया गया है तो ऐसी पुस्तक पुरुरस्कार के लिए अयोग्य होगी।

ऐसी पुस्तक जो की पूर्व प्रकाशित पुस्तकों के संग्रह या रचनाओं के आधार पर लिखी गयी है वे मंडल द्वारा अयोग्य होगी। यदि कोई नयी लिखित पुस्तक में 75 % भाग पहली बार ही प्रकाशित हुआ है तो वह पुस्तक पुरस्कार विचारणीय होगी। ऐसी पुस्तक जो किसी प्रकाशित पुस्तक का बेस हो लेकिन खुद में पूर्ण हो तो वह भी पुरस्कार के लिए चयन की जा सकती है।

यदि कोई पुस्तक पहले से ही साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित साहित्यकार ने लिखी है या तो अकादमी के कार्यकारी मंडल का सदस्य है तो वह पुरस्कार के लिए चयन नहीं होगी। यदि कोई अनूदित कृति है या तो फिर विश्वविद्यालय या परीक्षा के लिए तैयार किया गया है वे भी पुरस्कार के लिए अयोग्य होगी।

***तो दोस्तों यह कुछ महत्वपूर्ण नियम साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए लागू है। आइए दोस्तों अब हम रुख करते हैं - साहित्य अकादमी पुरस्कार कि चयन प्रक्रिया कि ओर।

दोस्तों, साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान करने के लिए निचे दिए गए प्रक्रिया से गुजरना होता है।

⓵ वर्ष के शरुआत में ही प्रत्येक भाषा की मान्यता प्राप्त साहित्यिक संस्थाएं से संस्तुतियाँ निर्धारित प्रपत्र को भेजना का अनुरोध किया जाता है लेकिन ये 3 से अधिक नहीं होना चाहिए।

⓶ 2(i)सभी भाषा के परामर्श मंडल एक व्यक्ति को चाहेंगे जिसे तय की गई अवधि में एक सूचि तैयार करनी होगी जिसमें प्रकाशित अनूदित कृतियों के शीर्षक होंगे उस व्यक्ति को सुनमेमी द्वारा निर्धारित राशि प्रदान की जाएगी लेकिन किसी कारण से ये सूचि तैयार न हो पाए तो अध्यक्ष दूसरे व्यक्ति को नियुक्त करेगा।

⓷ 3(i)संदर्भित पत्र समस्त भाषा परामर्श मंडल को भेजा जान चाहिए और साथ ही उन्हें अपनी संस्तुतियाँ को निर्धारित प्रपत्र के अनुसार भेजी जनि चाहिए।

⓸ 3(ii)क्षेत्रीय सचिव परामर्श मंडल के सदस्य को आधार–सूची पिछले वर्ष की आधार–सूची सहित दी जाएगी।

⓹ धारा 3(i) और 3(ii) के अनुसार प्राप्त संस्तुतियाँ को संकलित कर नियम के आधार पे 4(i)समिति के समक्ष।

⓺ धारा 3(ii)निष्पादन हेतु के साथ आधार–सूची के भी प्रस्तुत की जाती है।

साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए चयन प्रक्रिया जानने के बाद आइए आपको बताते हैं कि - जूरी, साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए किसी भी पुस्तक का चयन कैसे करती है?

साहित्य अकादमी पुरस्कार - जूरी पुस्तक का चयन कैसे करती है?

⓵ प्रारंभिक पैनल द्वारा अनुशंसित पुस्तक खरीद कर उन्हें अकादमी के संयोजक और साथ ही जूरी के सदस्यों को भेजी जाती है।

⓶ जूरी के सदस्य सर्वसम्मति या तो फिर बहुमत के आधार पे पुस्तक का चयन करेगी जिसे पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। यदि जूरी को १ भी पुस्तक सही नहीं लगती तो किसी की भी पुरस्कार नहीं दिया जायेगा।

⓷ इस पुरस्कार ले लिए एक संयोजक को भी नियुक्त किया जाता है जो सुनिश्चित करते है की जूरी की बैठक उचित और संतोषजनक रूप से संपन्न हो और साथ ही जूरी की रिपोर्ट पे अपने हस्ताक्षर करते है।

***दोस्तों इस प्रकार साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए किसी भी पुस्तक का चयन किया जाता है। वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कार नियम पीडीएफ

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