TOP 10 - चमगादड़ से जुड़े रोचक / दिलचस्प तथ्य : चमगादड़ों (Bat) की 1000 से भी अधिक प्रजातियां है; जो स्तनधारियों के दूसरे सबसे बड़े कुल का निर्माण करती हैं। अंधेरी गुफाओं में तथा पेड़ों पर चमगादड़ उल्टे लटके रहते हैं; आखिर इसके पीछे क्या रहस्य होगा? एक स्तनधारी प्राणी आकाश में कैसे उड़ सकता है? आदि सभी जानकारी आज के इस पोस्ट में हम आपके साथ साझा कर रहे हैं। इसी के साथ आपके सामने TOP 10 - चमगादड़ से जुड़े रोचक तथ्य भी प्रस्तुत करेंगे।
दोस्तों चमगादड़ों को दो समूहों में विभाजित किया जाता है। पहला समूह फलभक्षी तथा दूसरा समूह कीटभक्षी होते हैं। इनके आकार की बात करें तो - फलभक्षी चमगादड़ आकार में बड़े होते हैं; हालांकि, किटभक्षी चमगादड़ आकार में छोटे पाए जाते हैं। फलभक्षी चमगादड़ अपना भोजन देखकर तथा सूंघ कर ढूंढते हैं तथा कीटभक्षी चमगादड़ प्रतिध्वनि द्वारा स्थिति निर्धारण विधि की मदद से अपना भोजन तलाशते हैं।
दोस्तों, चमगादड़ एक ऐसा एकमात्र स्तनधारी प्राणी है; जो उड़ सकता है। हालांकि, यह केवल रात में उड़ पाते हैं। आइए दोस्तों अब हम आपको बताते हैं कि - चमगादड़ की शरीर रचना कैसी होती है?
दोस्तों आपको बता दें चमगादड़ों के पंखो का आकार 2.9cm से लेकर 1500cm तक तथा इनका वजन 2kg से 1.2kg (1200g) तक होता है।
चमगादड़ का आकार और वजन एक पक्षी के आकार और वजन की तरह होता है। इसी के साथ चमगादड़ के पास उसके अग्रबाहु होते हैं; जो पंख का कार्य करते हैं। इसी वजह से चमगादड़ स्तनधारी प्राणी होने के बावजूद भी आकाश में उड़ पाते हैं।
चमगादड़ों की शरीर रचना के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद - अब हम चमगादड़ों के सबसे रहस्यमय बात पर गौर करते हैं। आखिर क्यों चमगादड़ उल्टे लटके रहते हैं?
अब हमारा शातिर दिमाग एक और सवाल पैदा करता है - आखिर क्यों चमगादड़ अन्य पक्षियों की तरह जमीन से उड़ान नहीं भर सकता?
दोस्तों, चमगादड़ अन्य पक्षियों की तरह जमीन से उड़ान नहीं भरते। क्योंकि, उनके पंख उन्हें जमीन से अच्छी उड़ान नहीं देते और उनके पिछले पैर इतने छोटे तथा अविकसित होते हैं कि वह दौड़कर गति नहीं पकड़ पाते।
दोस्तों, आमतौर पर चमगादड़ अंधेरी गुफाओं में दिन भर उल्टे लटकर कर ही आराम करते हैं, सोते हैं और रात को ही बाहर निकलते हैं।
वाह रे! शातिर दिमाग तूने यहां भी एक सवाल पैदा कर दिया। जब चमगादड़ उल्टे लटक कर सोते हैं; तो वह गिरते क्यों नहीं?
चमगादड़ उल्टे लटक कर सोते समय गिरते इसीलिए नहीं है; क्योंकि इनके पैरों की नसें इस तरह व्यवस्थित हैं, कि उनका वज़न ही उनके पंजों को मज़बूती के साथ पकड़ने में मदद करता है। चाहे वह उल्टे लटक कर सो रहे हो या आराम कर रहे हो।
तो दोस्तों, चमगादड़ के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद - आइए अब हम नजर डालते हैं; TOP 10 - चमगादड़ से जुड़े रोचक तथ्य पर।
उम्मीद करते हैं दोस्तों, हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आप सभी दोस्तों को बेहद पसंद आई होगी। इसी के साथ आप इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करेंगे। साथ ही साथ कमेंट बॉक्स में दी गई जानकारी के बारे में अपनी राय जरूर देंगे, क्योंकि दोस्तों कमेंट बॉक्स आपका ही है।
TOP 10 - Interesting facts related to bats - Technical Prajapati |
सामग्री सारणी
चमगादड़ परिचय
आकाश में उड़ने वाला एकमात्र ऐसा प्राणी जो स्तनधारी है; वह चमगादड़ है। यह अपनी 1000 से भी अधिक प्रजातियों के साथ स्तनधारियों के दूसरे सबसे बड़े कुल का निर्माण करते हैं। आपको बता दें यह पूर्ण रूप से निशाचर होते हैं। इसी के साथ वे पेड़ों की डाली तथा अंधेरी गुफाओं के अंदर उल्टे लड़के रहते हैं।दोस्तों चमगादड़ों को दो समूहों में विभाजित किया जाता है। पहला समूह फलभक्षी तथा दूसरा समूह कीटभक्षी होते हैं। इनके आकार की बात करें तो - फलभक्षी चमगादड़ आकार में बड़े होते हैं; हालांकि, किटभक्षी चमगादड़ आकार में छोटे पाए जाते हैं। फलभक्षी चमगादड़ अपना भोजन देखकर तथा सूंघ कर ढूंढते हैं तथा कीटभक्षी चमगादड़ प्रतिध्वनि द्वारा स्थिति निर्धारण विधि की मदद से अपना भोजन तलाशते हैं।
दोस्तों, चमगादड़ एक ऐसा एकमात्र स्तनधारी प्राणी है; जो उड़ सकता है। हालांकि, यह केवल रात में उड़ पाते हैं। आइए दोस्तों अब हम आपको बताते हैं कि - चमगादड़ की शरीर रचना कैसी होती है?
चमगादड़ की शरीर रचना
चमगादड़ की इमेज आप नीचे देख सकते हैं; जहां चमगादड़ के अग्रबाहु पंख में परिवर्तित हो गए हैं; जो दिखने में झिल्ली के जैसे लगते हैं। चमगादड़ों की त्वचा की यह झिल्ली गर्दन से लेकर हाथ की उंगलियों और शरीर के पिछले अंग से होती हुई पूंछ तक चली गई है; जो एक पंख का निर्माण करती है। चमगादड़ की पिछली टांगे पतली, छोटी और नाखून-युक्त होती है। इनके शरीर पर बाल बहुत ही कम देखने को मिलते हैं या होते हैं। इनके सिर के दोनों ओर बड़े-बड़े कान पाए जाते हैं।चमगादड़ - Bat - टेक्निकल प्रजापति |
दोस्तों आपको बता दें चमगादड़ों के पंखो का आकार 2.9cm से लेकर 1500cm तक तथा इनका वजन 2kg से 1.2kg (1200g) तक होता है।
चमगादड़ का आकार और वजन एक पक्षी के आकार और वजन की तरह होता है। इसी के साथ चमगादड़ के पास उसके अग्रबाहु होते हैं; जो पंख का कार्य करते हैं। इसी वजह से चमगादड़ स्तनधारी प्राणी होने के बावजूद भी आकाश में उड़ पाते हैं।
चमगादड़ों की शरीर रचना के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद - अब हम चमगादड़ों के सबसे रहस्यमय बात पर गौर करते हैं। आखिर क्यों चमगादड़ उल्टे लटके रहते हैं?
चमगादड़ों के उल्टे लटके रहने का रहस्य
पेड़ों की डाली पर तथा अंधेरी गुफाओं के अंदर आपने चमगादड़ों को उल्टा लटके हुए देखा होगा। लेकिन, क्या कभी आपके दिमाग में यह सवाल आया है कि - आखिर क्यों चमगादड़ ऐसे उल्टे लटके रहते हैं? तो दोस्तों, चमगादड़ उल्टे लटके इसीलिए रहते हैं; क्योंकि वह बड़ी आसानी से आकाश में उड़ान भर सकें। वह अन्य पक्षियों की तरह जमीन से उड़ान नहीं भर सकते।अब हमारा शातिर दिमाग एक और सवाल पैदा करता है - आखिर क्यों चमगादड़ अन्य पक्षियों की तरह जमीन से उड़ान नहीं भर सकता?
दोस्तों, चमगादड़ अन्य पक्षियों की तरह जमीन से उड़ान नहीं भरते। क्योंकि, उनके पंख उन्हें जमीन से अच्छी उड़ान नहीं देते और उनके पिछले पैर इतने छोटे तथा अविकसित होते हैं कि वह दौड़कर गति नहीं पकड़ पाते।
दोस्तों, आमतौर पर चमगादड़ अंधेरी गुफाओं में दिन भर उल्टे लटकर कर ही आराम करते हैं, सोते हैं और रात को ही बाहर निकलते हैं।
वाह रे! शातिर दिमाग तूने यहां भी एक सवाल पैदा कर दिया। जब चमगादड़ उल्टे लटक कर सोते हैं; तो वह गिरते क्यों नहीं?
चमगादड़ उल्टे लटक कर सोते समय गिरते इसीलिए नहीं है; क्योंकि इनके पैरों की नसें इस तरह व्यवस्थित हैं, कि उनका वज़न ही उनके पंजों को मज़बूती के साथ पकड़ने में मदद करता है। चाहे वह उल्टे लटक कर सो रहे हो या आराम कर रहे हो।
तो दोस्तों, चमगादड़ के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद - आइए अब हम नजर डालते हैं; TOP 10 - चमगादड़ से जुड़े रोचक तथ्य पर।
TOP 10 - चमगादड़ से जुड़े रोचक तथ्य
1. चमगादड़ गुफा से निकलते समय हमेशा बाएं हाथ से मुड़ते हैं।
2. कीटभक्षी चमगादड़ (छोटे समूहों के चमगादड़) 1 साल में 1000 किलो कीड़े खा जाते हैं।
3. क्या आप जानते हैं - एक चमगादड़ 1 घंटे में 600 खटमल खा सकता है; जो एक मनुष्य के 1 दिन में 18 पिज्जा खाने के बराबर है।
4. चमगादड़ किसानों के लिए मददगार होते हैं। एक सर्वे के अनुसार लगभग 140 बड़े भूरे चमगादड़ गर्मी के मौसम में बहुत सारे ऐसे कीटों को खा सकते हैं; जो खीरे को नुकसान पहुंचाते हैं।
5. दुनिया के सबसे लंबे चमगादड़ के पंखों की लंबाई 5 से 6 फुट तक की है।
6. दुनिया में चमगादड़ों की लगभग 1000 प्रजातियां पाई जाती हैं।
7. कुछ ऐसे पौधे हैं; जिनके बीज जब तक चमगादड़ों की पाचन प्रणाली से नहीं गुजरती तब तक उसका पौधा नहीं उगता।
8. लगभग 95% उष्णकटिबंधीय वर्षावनों का वनीकरण चमगादड़ों द्वारा फैलाए गए बीजों से हुआ है।
9. चमगादड़ की सबसे बड़ी गुफा Texax में है। यहां लगभग दो करोड़ चमगादड़ रहते हैं यह हर रोज दो लाख किलो खटमल खा जाते हैं।
10. कुछ सफेद पंखों वाले चमगादड़ मुर्गियों के पास आकर लेट जाते हैं और चुजे होने का नाटक करते हैं। जब वह मुर्गी के नीचे आ जाते हैं; तो उनका खून चूसने लगते हैं।
11. चमगादड़ एकमात्र ऐसा स्तनधारी प्राणी है; जो कि उड़ सकता है।
12. एक भुरा चमगादड़ लगभग 40 साल तक जीता है; जो इन जैसे आकार वाले स्तनधारियों से कहीं ज्यादा है। (चुकंदर तथा चूहे 2 साल से भी कम जीते हैं।)
13. पृथ्वी पर या दुनिया में मनुष्य को पकड़कर जितनी भी स्तनधारी प्रजातियां पाई जाती हैं; उनमें से 20% आबादी चमगादड़ों की है।
14. छोटे समूह के चमगादड़ जब सो रहे होते हैं; तब उनके दिल की गति सिर्फ 18 बार प्रति मिनट होती है। लेकिन, जब वह जाग रहे होते हैं; तो उनके दिल की गति 880 बार प्रति मिनट तक पहुंच जाती है।
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