पद्मश्री सम्मान संपूर्ण जानकारी [ Padma Shri Samman ] : पद्म पुरस्कार श्रेणियों में सबसे आखरी यानी तीसरे स्थान पर पद्मश्री पुरस्कार आता है। यह पुरस्कार हमारे देश में चौथे नंबर का नागरिक पुरस्कार है। आज किस पोस्ट में हम आपके सामने पद्मश्री पुरस्कार से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं।

पद्मश्री संपूर्ण जानकारी - Padmashri Complete Information - Online Vidyalay
Padmashri Complete Information - Technical Prajapati

दोस्तों, पद्म पुरस्कार की स्थापना भारत सरकार द्वारा 2 जनवरी 1954 में की गई थी। इस पुरस्कार के अंतर्गत तीन श्रेणियां आती हैं, जिसे हम पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्मश्री के नाम से जानते हैं। देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न के बाद पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्मश्री क्रमशः आते हैं। इस तरह पद्मश्री देश का चौथे नंबर का नागरिक सम्मान है। इस पुरस्कार को राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार के साथ एक पदक और प्रमाण पत्र दिया जाता है। एक बात याद रखें कि - इस पुरस्कार के साथ कोई रकम नहीं दी जाती। आइए पद्मश्री तालिका के जरिए हम कुछ और जानकारियां हासिल करते हैं।

पद्मश्री
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Padma Shri
श्रेणी पुरस्कार / सम्मान
पुरस्कार प्रकार नागरिक पुरस्कार
पुरस्कार की स्थापना 2 जनवरी 1954
प्रथम अलंकरण 1954
अंतिम अलंकरण 2020
कुल अलंकरण [2020] 3123
प्रदान करने वाला भारत सरकार
पूर्व नाम तीसरा वर्ग
वर्तमान नाम पद्मश्री
नाम में बदलाव (वर्ष) 8 जनवरी 1955
पुरस्कार राशि ₹0
पहला पुरस्कार (वर्ष) सन 1954 [17 Winners]
अंतिम पुरस्कार (वर्ष) सन 2020 [118 Winners]

दोस्तों, यह पुरस्कार किसी भी व्यक्ति के प्रतिष्ठित सेवा के लिए दिया जाता है। इसी के साथ इसमें सरकारी कर्मचारियों द्वारा की गई सेवाएं भी शामिल हैं। राष्ट्रीय स्तर पर दिए जाने वाले नागरिक सम्मान में यह सबसे आखरी यानी चौथे नंबर पर आता है।

पद्मश्री का इतिहास

दोस्तों, 2 जनवरी 1954 में भारत सरकार ने पद्म पुरस्कार की स्थापना की तब इस पुरस्कार के अंतर्गत तीन श्रेणियां आती थी। जिसे पहला वर्ग, दूसरा वर्ग तथा दूसरा वर्ग के रूप में जाना जाता था। 8 जनवरी 1955 को जारी किए गए एक अध्यक्षीय अधिसूचना के अनुसार इनके नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्मश्री कर दिया गया था।

सन 1978 और 1979 तथा 1993 से 1996 तक इस सम्मान को स्थगित कर दिया गया था। पद्म सम्मान के दिशा-निर्देशों और कुछ अन्य पहलुओं पर विचार करने के लिए सरकार ने उच्चतम न्यायालय के फैसले के अनुसार भारत के उपराष्ट्रपति की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समीक्षा समिति गठित की थी। समीक्षा समिति ने नवम्बर, 1996 में अपनी रिपोर्ट पेश कर दी थी, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया। वर्ष 1997 से इन सम्मान को देना फिर से शुरू कर दिया गया। हालांकि, सन 1997 को किसी भी पद्म श्रेणी में पुरस्कार वितरित नहीं किया गया।

2020 के अंत तक इस पुरस्कार से अब तक कुल 3123 व्यक्तियों को सम्मानित किया जा चुका है। आइए दोस्तों अब हम इस पुरस्कार के साथ दिए जाने वाले पदक के बारे में जानते हैं।

पद्मश्री पदक का वर्णन

पद्मश्री पुरस्कार विजेता को कांस्य से बना पदक दिया जाता है, जो - 1-3/16 इंच का होता है। इसमें भी बीच में एक कमल का फूल बना होता है। हालांकि, यह कमल का फूल कांस्य से बना होता है।

दोस्तों, आपको बता दें - संस्कृत भाषा में पद्म का मतलब कमल होता है। इसीलिए पद्म पुरस्कार श्रेणियों में दिए जाने वाले तीनों पुरस्कारों के पदक पर कमल का फूल बना होता है। पद्मश्री पुरस्कार विजेताओं को दिए जाने वाले पदक को आप नीचे दिए गए चित्र में देख सकते हैं।

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पद्मश्री पुरस्कार विजेताओं की सूची

✍ पद्मश्री पुरस्कार विजेताओं की सूची 2011 से 2020
✍ पद्मश्री पुरस्कार विजेताओं की सूची 2001 से 2010
✍ पद्मश्री पुरस्कार विजेताओं की सूची 1991 से 2000
✍ पद्मश्री पुरस्कार विजेताओं की सूची 1981 से 1990
✍ पद्मश्री पुरस्कार विजेताओं की सूची 1971 से 1980
✍ पद्मश्री पुरस्कार विजेताओं की सूची 1961 से 1970
✍ पद्मश्री पुरस्कार विजेताओं की सूची 1954 से 1960

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