कुछ चंद लोगों की बेवकूफी आज हमें यह सोचने पर मजबूर कर दे रही है, की क्या कुछ भारत के लोग मिलकर शहीदों के कफन बेच देंगे।

कुछ भारत के लोग शहीदों के कफन तक बेच देंगे - Some people of India will sell to the shroud of the martyrs - Technical Prajapati
Some people of India will sell to the shroud of the martyrs - Technical Prajapati

वतन वालो वतन ना बेच देना
ये धरती ये गगन ना बेच देना
शहीदों ने जान दी है वतन के वास्ते
शहीदों के कफ़न ना बेच देना

कोविड-19 की महामारी से आज पूरी दुनिया परेशान है और कोविड-19 का जन्मदाता चीन को माना जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से भारत और चीन विवाद बढ़ते जा रहा है। इसी दौरान चीन ने चाइनीस मोबाइल MI Note 9 को लांच किया। देखते ही देखते केवल 30 सेकंड में 1 लाख चाइनीज मोबाइल बिक गए। जी हां! यह बिल्कुल सच है; लेकिन, मुझे यकीन नहीं हो रहा। हमारे देश में ऐसे गैर जिम्मेदार लोग हैं; जिन्हें यह तक नहीं पता कि, जिस देश से हमारे संबंध उलझे-उलझे चल रहे हैं। हम केवल अपने शौक के लिए उनकी अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं।

हाँ! मैं दावे के साथ कह सकता हूं; कि हमारा हिंदुस्तान केवल इन्हीं जैसे लोगों की वजह से सैकड़ों साल गुलामी करता रह गया। इन जैसे लोगों को दुश्मनों के तलवे चाटना शायद अच्छा लगता हो।

एक तरफ हमारे देश का सैनिक देश के बॉर्डर पर दिन-रात रुक कर हमारे देश की सुरक्षा कर रहा है, दुश्मनों से। और हम क्या कर रहे हैं? अंदर से हमारे देश को खोखला कर रहे हैं। जी हां! यह जो हो रहा है और जो लोग ऐसा कर रहे हैं, इससे तो यही प्रतीत होता है; की खुद अपने स्वार्थ के लिए यह लोग हमारे देश के लिए शहीद हुए शहीदों के कफन तक बेच देंगे।

अरे दोस्तों! यह सफर यहीं तक सीमित नहीं था। बल्कि, 24 जून को भारत में एक और चाइनीस मोबाइल लांच किया जाने वाला है और उसके लिए भी लाखों रजिस्ट्रेशन उसी दिन हो चुके थे। यह हमारे देश के लिए लज्जा की बात है।

गजब है यार! आप अपने आप में इतना डूबे हुए हैं, कि आपको देश की कुछ चिंता ही नहीं है। एक तरफ आप चाइनीस प्रोडक्ट का बहिष्कार करने की बात करते हैं और एक तरफ आपका यह हाल है।

मैं नहीं जानता कि - वह कौन से लोग हैं? किस जाति से हैं? किस धर्म से हैं? या किस पार्टी से हैं? मैं सिर्फ यही जानता हूं कि - वह भारत के ऐसे गैर जिम्मेदार लोग हैं; जिन्हें देश के प्रति कोई सद्भावना नहीं है।

अरे यारों! क्यों तुले हो आप शहीदों के कफन बेचने के लिए? क्या कभी तुम्हें याद नहीं आता हमारे देश के लिए कितने वीर सपूतों ने अपने जान की बाजी लगाई है? केवल आपकी आजादी के लिए, उन्होंने अपने अनमोल जीवन को देश पर निछावर किया है। आखिर क्यों? भूल जाते हो आप; उन्हें अपनी आजादी नहीं बल्कि, आपकी आजादी चाहिए थी। उन शहीदों का कुछ तो मान सम्मान रखो। देश हमारा है और केवल हम ही अपने देश के प्रति सजग रह सकते हैं।

देश में बदलाव तभी आता है; जब हम सब लोग मिलकर एकजुट होकर किसी भी अभियान में कुद पड़ेंगे। गृह मंत्री अमित शाह ने चीनी उत्पादक वस्तुओं का बहिष्कार करने के लिए कहा है। तो क्या हम एकजुट होकर हमारे देश के लिए चीनी उत्पादक वस्तुओं का बहिष्कार नहीं कर सकते?

आने वाले 24 जून को अगर चाइना द्वारा लांच किया जाने वाला चाइनीस मोबाइल, अगर भारत में बिकता है; तो हमारे देश की कमजोरी क्या है? यह चाइना को पता चल जायेगा और किसी भी दुश्मन को अपनी कमजोरी बताना यह हमारी सबसे बड़ी मूर्खता साबित होगी।

दोस्तों आपसे निवेदन है की एक बार हुई गलती को आप फिर से ना दोहराएं। इस बात को हमेशा याद रखें कि - यह देश हमारा है। इस देश के प्रति हमारा भी कुछ कर्तव्य है। हमें हमेशा अपने देश के उन शहीदों की शहादत को याद रखना है; उसे जलील नहीं करना।

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