प्रेमचंद फ़ैलोशिप पुरस्कारPremchand Fellowship Award ] : इस फ़ैलोशिप को सार्क देशों के सृजनात्मक लेखकों अथवा विद्वानों को प्रदान किया जाता है, जो भारतीय साहित्य पर शोध करते हैं। इस फ़ैलोशिप की स्थापना भारतीय साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2005 में मुंशी प्रेमचंद की 125वीं जन्मशतवार्षिकी के अवसर पर की गई थी। आज की इस पोस्ट के जरिए हम आपके साथ प्रेमचंद फ़ैलोशिप के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने वाले हैं। इसी के साथ हम आपके सामने इस फ़ैलोशिप के विजेताओं की सूची भी प्रस्तुत करेंगे।

प्रेमचंद फ़ैलोशिप विजेताओं की सूची - List of winners of Premchand Fellowship - Online Vidyalay
List of winners of Premchand Fellowship - Technical Prajapati


प्रेमचंद फ़ैलोशिप

दोस्तों, इस फ़ैलोशिप की स्थापना साहित्य अकादमी ने वर्ष 2005 में मुंशी प्रेमचंद की 125वीं जन्मशतवार्षिकी के अवसर पर की थी। यह फ़ैलोशिप सार्क देशों के सृजनात्मक लेखकों या विद्वानों को प्रदान किया जाता है। जो भारतीय साहित्य पर शोध करते हैं। आइए आपको बताते हैं इस योजना के नियम तथा इसमें हिस्सा लेने की प्रक्रिया कैसी है?

प्रेमचंद फ़ैलोशिप - नियम / लाभ

  1. इस योजना के अंतर्गत - सार्क देशों के संस्कृति और साहित्य के क्षेत्र में विख्यात किसी एक व्यक्ति को यह फ़ैलोशिप प्रत्येक वर्ष प्रदान की जाती है।
  2. परियोजना की अवधि लेखक/विद्वान की सुविधा और उपलब्धता के अनुरूप 1 माह से 3 माह तक होती है।
  3. इस फ़ैलोशिप विजेता के लिए - अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा का वास्तविक किराया तथा भारत में रेल तथा हवाई यात्रा करने का खर्च साहित्य अकादमी वहन करती है।
  4. विजेता के लिए खाने पीने तथा रहने की व्यवस्थाएं भी साहित्य अकादमी करती है।
  5. आनुषंगिक व्यय के रूप में लेखक/विद्वान को ₹25000/- की राशि प्रतिमाह प्रदान की जाती है।

***आइए दोस्तों अब हम इस फ़ैलोशिप या योजना का हिस्सा कैसे बना जाता है? इसके बारे में जानते हैं।

प्रेमचंद फ़ैलोशिप - चयन प्रक्रिया

  1. इस फ़ैलोशिप के चयन के लिए लेखकों और विद्वानों का एक डेटाबेस बनाया जाता है। लेखकों और विद्वानों के नाम शार्क देशों में स्थित भारतीय स्वयंसेवी संस्थानों, साहित्य अकादमी के कार्यकारी मंडल के सदस्यों, वरिष्ठ लेखकों और विद्वानों, चुनिंदा सांस्कृतिक और साहित्यिक संस्थाओं तथा विश्वविद्यालयों से आमंत्रित किया जाता है।
  2. दौरे पर आए हुए फ़ैलो को उसके विशेषज्ञता प्राप्त विषय पर संबंधित संस्थाओं / विभागों में व्याख्यान देने का भी अनुरोध किया जाता है।
  3. अतिथि फ़ैलो से एक विस्तृत रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा जाता है। जिसे अकादमी की कार्यकारी मंडल के सदस्यों के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है।

***तो दोस्तों कुछ इस प्रकार प्रेमचंद फ़ैलोशिप विजेता का चयन किया जाता है। आइए दोस्तों अब आपके समक्ष इस पुरस्कार के विजेताओं की सूची प्रस्तुत करते हैं।

प्रेमचंद फ़ैलोशिप विजेताओं की सूची अब तक

अ.क्र वर्ष नाम देश
10 2016 श्री. किश्‍वर नाहीद पाकिस्‍तान
09 2015 श्री. मुहम्‍मद वहीद नदवी मालदीव
08 2014 सुश्री. ज्‍यां अरसनायगम श्रीलंका
07 2013 रामदयाल राकेश नेपाल
06 2012 प्रो. यास्‍मीन गुणरत्‍ने श्रीलंका
05 2011 सुश्री. सुमति शिवमोहन श्रीलंका
04 2010 श्री. सय्यद शम्‍शुल हक़ बांग्‍लादेश
03 2009 सुश्री. सेलिना हुसैन बांग्‍लादेश
02 2008 श्री. इब्राहिम वाहिद मालदीव
01 2007 श्री. इंतिज़ार हुसैन पाकिस्‍तान

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