मदरबोर्ड क्या है? कैसे काम करता है? और इसके प्रकार कौनसे है? (What is Motherboard in Hindi). अगर आप नए नए कंप्यूटर क्षेत्र में आये है तो यह सवाल आपके दिमाग में आना स्वाभाविक है। आज की इस पोस्ट में हम इन्ही सवालों के जवाब जानने वाले है, आइये जानते है।
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परिचय : मदरबोर्ड क्या है? (What is Motherboard in Hindi)
दोस्तों, मदरबोर्ड कंप्यूटर प्रणाली का सबसे महत्वपूर्ण घटक (Component) है। यह एक प्रिंटेड सर्किट बोर्ड [PCB] है जहां कंप्यूटर सिस्टम के सभी पार्ट्स सॉकेट, स्लॉट्स और कनेक्टरों के सहारे मदरबोर्ड से जुड़े होते हैं। जैसे सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU), मेमोरी (RAM), हार्ड ड्राइव (Hard Drives) आदि सिस्टम। इसी का मतलब है की, यह एक ऐसा Equipment है जिससे दूसरे सारे Components एक साथ जुड़े रहते है। Motherboard एक कंप्यूटर में Power Receive करने के लिए और Communication करने के लिए सारे Parts को Allow करता है।
फ्रेंड्स, Motherboard एक कंप्यूटर की रिड की हड्डी होती है, जो सारे कॉम्पोनेन्ट को आपस में जोड़े रखती है। Motherboard ही सभी कॉम्पोनेन्ट को उचित Power Supply देने के लिए फक्शन इनेबल करता है, ताकि सभी कॉम्पोनेन्ट या पार्ट्स ठीक से अपना काम कर सके।
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Motherboard का इतिहास
दोस्तों अगर हम मदरबोर्ड के बारे में पिछले 20 सालों की बात करें तो हम इसके बारे में यह जान पाएंगे की मदरबोर्ड ने काफी लम्बा सफर तय किया है।
जैसे की हम पहले के IBM PC के Motherboard की बात करें तो इसमें यूजर्स को सिर्फ एक ही Processor और कुछ कार्ड स्लॉट्स दिए जाते थे। यूजर्स को इसमें Floppy Drive Controller और Memory लगाकर काम करना पड़ता था। लेकिन पहले के मुकाबले आज के Motherboard काफी एडवांस है, जिसमे काफी Features Add किये गए है और यही कारन है की, कंप्यूटर की Capabilities और Upgrade होने की क्षमता काफी हद तक बढ़ गयी है।
*** दोस्तों अब आपको मदर बोर्ड क्या है इसके बारे में उचित जानकारी मिल गई होगी आइए जानते हैं यह कैसे काम करता है।
मदरबोर्ड कैसे काम करता है (Functions of Motherboard in Hindi)
मदरबोर्ड के महत्वपूर्ण कंपोनेन्ट और उनका काम निचे दिया गया है।
⇒ Processor Socket : सीपीयू सॉकेट एक इंटरफ़ेस है जो प्रोसेसर को मदरबोर्ड से जोड़ता है। अलग अलग प्रकार के सॉकेट्स का उपयोग अलग अलग प्रकार के प्रोसेसर के लिए किया जाता है। इनमे प्रोसेसर के पिन स्थापित करने के लिए छेद होते है। आजकल अधिकतर सॉकेट्स Land Grid Array (LGA) आर्किटेक्चर पर बनाये जाते है जहाँ पिन्स पहले से ही सॉकेट्स पर उपलब्ध होते है। हर सॉकेट्स का आकार अलग-अलग और पिन संख्या में अंतर होता है।
⇒ Components Hub : Motherboard एक Backbone की तरह काम करता है। किसी भी कंप्यूटर में कंप्यूटर के दुसरे पार्ट्स जैसे CPU, RAM और Hard Disk आदि को Install किया जाता है।
⇒ Northbridge : यह Northbridge Controller के रूप में जाना जाता है जो सीपीयू, मुख्य मेमोरी, और दूसरे बहुत महत्वपूर्ण घटक के बीच Communication संभालने का कार्य करता है।
⇒ Slots For External Peripherals : नए Device और Interface को इनस्टॉल करवाने के लिए Motherboard जो एक प्लेटफार्म की तरह भी काम करता है। वह बहुत सारे Expansion Slots को उपलब्ध करवाता है।
⇒ Southbridge : Southbridge द्वारा नियंत्रित नहीं किये जाने वाले उपकरणों और बसों (Buses) के सभी कार्यों का संचालन करता है।
⇒ Power Distribution : कंप्यूटर के दूसरे कॉम्पोनेन्ट को मदरबोर्ड की मदद से पॉवर सप्लाई दिया जाता है।
⇒ Memory Slots : मेमोरी स्लॉट बोर्ड पर रैम लगाने के लिए एक इंटरफ़ेस दिया जाता है और इन्ही में रैम मॉड्यूल लगाया जाता है। अधिकत्तर मेमोरी स्लॉट Double Inline Memory Module (DIMM) प्रकार के होते है जिनमे अधिकांश कम से कम 2 मेमोरी स्लॉट होते हैं। एक मदरबोर्ड में अधिकतम उपलब्ध स्लॉट की संख्या मदरबोर्ड पर निर्भर करती है।
⇒ Data Flow : जैसे की हमें पता है, Motherboard एक Communication Hub की तरह काम करता है जिसके द्वारा सारे Peripherals Connect होते हैं। इसमें Motherboard सारे Peripherals अपने बिच ठीक ढंग से Communicate करें इसे कंट्रोल करता है इसी के साथ Motherboard Data Traffic को मैनेज करता है।
⇒ Super I/O Chip : Southbridge द्वारा नियंत्रित न किये जाने वाले I / O डिवाइसों को नियंत्रित करने का काम सुपर I / O चिप करता है जो एक सिंगल चिप है। फ्लॉपी ड्राइव, सीरियल पोर्ट, पीएस / 2 माउस, कुछ कीबोर्ड फ़ंक्शंस आदि को नियंत्रित करने का काम यह करता है। आज कल के लगभग सभी नवीनतम मदरबोर्ड एक सुपर आई / ओ नियंत्रक चिप के साथ उपलब्ध करवाए जाते है।
⇒ BIOS Chip : Basic Input Output System (BIOS) में बुनियादी सिस्टम उपयोगिताओं को संचालित करने के लिए आवश्यक प्रोग्राम्स शामिल होते हैं जिन्हें हम Firmware कहते है। यह एक सॉफ्टवेयर है जो कम्प्यूटर के रोम मेमोरी (Rom) में होता है। Bios सिस्टम की बुनियादी इनपुट आउटपुट कार्यक्षमता प्रदान करता है। कंप्यूटर शुरू होने पर सभी डिवाइस ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। इस परीक्षा को Power On Self Test (POST) कहा जाता है यह सिस्टम बूट करने से पहले स्वयं-विश्लेषण जांच करता है। इससे ये पता चलता है की Motherboard की मदद से Computer Start होता है।
⇒ Jumpers : मदरबोर्ड पर जम्परर्स छोटे पिन हैं जो मदरबोर्ड सेटिंग कॉन्फ़िगर करने में सक्षम बनाती हैं। जम्पर अलग अलग कार्य करता है। जैसे की, CMOS सेटिंग को Restore करना आदि।
⇒ Buzzer : बजर एक स्पीकर है, जो मदरबोर्ड में एम्बेड होता है। इसे अलग से इसीलिए लगाया जाता है की अगर सिस्टम में कीसी तरह का कोई एरर आये तो बजर के जरिये सूचनाएं मिलती रहे।
⇒ Standby Power Led : मदरबोर्ड के स्टैंडबाय पावर को प्रदर्शित करने का कार्य करता है।
⇒ LAN Port : यह Networking फंक्शन्स को सपोर्ट करता है।
⇒ Mouse Port : पीएस / 2 माउस को जोड़ता है।
⇒ Parallel Port : प्रिंटर जैसे Parallel Devices को जोड़ता है।
⇒ RJ-45 Port : एक स्विच के माध्यम से LAN Connection को सक्षम बनाता है।
⇒ USB Ports : USB उपकरणों से कनेक्शन बनाने का काम करता है।
⇒ Video Port : इसका इस्तेमाल VGA मॉनिटर या किसी अन्य VGA Compatible Device से कनेक्ट करने के लिए किया जाता है।
⇒ Serial Port : Modem या अन्य Serial Devices को जोड़ता है।
⇒ Keyboard Port (PS/2) : यह PS / 2 कीबोर्ड को कनेक्ट करता है।
⇒ Microphone Jack : इसके जरिये माइक्रोफ़ोन को कनेक्ट किया जाता है।
*** दोस्तों इस प्रकार मदर बोर्ड काम करता है आइए जानते हैं मदर बोर्ड के प्रकार कौनसे है।
मदरबोर्ड के प्रकार (Types of Motherboard in Hindi)
मदरबोर्ड की Capacity और Efficiency हमारे द्वारा उपयोग किये जाने वाले सिस्टम के अनुसार अलग अलग होती है। मदरबोर्ड को उपलब्ध उपकरणों के आधार पर classify किया जाता है। यह 2 प्रकार के होते हैं।
1. Integrated Motherboard
जिन मदरबोर्ड पर अलग अलग डिवाइसों को जोड़ने के लिए पोर्ट्स होते है। आमतौर पर उन्हे Integrated Motherboard के रूप में जाना जाता है। सभी नवीनतम डेस्कटॉप, सर्वर, और लैपटॉप Integrated Motherboard के रूप में जाने जाते है।
2. Non Integrated Motherboard
जो मदरबोर्ड अलग अलग डिवाइसों को कनेक्ट करने का समर्थन नहीं करते उन्हें Non-Integrated Motherboard कहा जाता है। पुराने डेस्कटॉप और सर्वर मदरबोर्ड Non-Integrated Motherboard प्रकार के थे। उपयोग के आधार पर मदरबोर्ड को 3 वर्गों में Classify किया जाता है।
1. Desktop Motherboard
डेस्कटॉप मदरबोर्ड सबसे बेसिक प्रकार का होता है जो आमतौर पर घर और कार्यालय में उपयोग किया जाता है। यह घर और कार्यालय में सामान्य अनुप्रयोगो के लिए अधिक प्रयोग किया जाता है, जैसे मूवी देखने, गाना सुनने, गेम खेलने आदि।
2. Server Motherboard
सर्वर मदरबोर्ड high services ऑफर करने हेतु डिजाइन किये होते है जो 24 * 7 वातावरणों में उपयोग करने हेतु काफी विश्वसनीय होते हैं और प्रमुख अनुप्रयोगों को नियंत्रित कर सकते हैं। डेस्कटॉप मदरबोर्ड के मुकाबले सर्वर मदरबोर्ड कई सॉकेट, स्लॉट और कनेक्टर होते हैं। यह कहना बिलकुल सही होगा की, सर्वर मदरबोर्ड डेस्कटॉप मदरबोर्ड की तुलना में Advance होते है।
3. Laptop Motherboard
लैपटॉप मदरबोर्ड का इस्तेमाल लैपटॉप सिस्टम के विभिन्न हिस्सों को कनेक्ट करने के लिए किया जाता है। इन मदरबोर्ड में आमतौर पर डेस्कटॉप मदरबोर्ड की तुलना में Advanced Features हैं और अधिकांश कार्यों को लैपटॉप मदरबोर्ड में Integrated किया गया होता है।
जानिए मदरबोर्ड क्या है : वीडियो के जरिए
निष्कर्ष और अनुरोध
तो दोस्तों, अब आपको : मदरबोर्ड क्या है? कैसे काम करता है? और इसके प्रकार कौनसे है? (What is Motherboard in Hindi). इन सभी सवालों के जवाब मिल गए होंगे।
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