Bharat Ratn Purskar Vijetaon Ki Suchi 1954 Se 2020 Tak, Jankari Ke Sath Hindi Mein! : पुरस्कारों की जानकारी के इस सेगमेंट में आप सभी दोस्तों का स्वागत है। आज की यह पोस्ट आप सभी दोस्तों को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ''भारत रत्न'' के बारे में संपूर्ण जानकारी के साथ-साथ विजेताओं की सूची से भी रूबरू करा रही है।
भारत रत्न पुरस्कार भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। हाल ही में वर्ष 2019 के लिए 3 लोगों को यह पुरस्कार दिया गया। जिनमें से दो पुरस्कार मरणोपरांत थे। पुरस्कारों में प्रणब मुखर्जी भूपेन हजारिका (मरणोपरांत) नानाजी देशमुख (मरणोपरांत) शामिल थे। आइए भारत रत्न पुरस्कार के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं।
इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले विजेता को पुरस्कार के तौर पर राष्ट्रपति द्वारा सिग्नेचर किया हुआ एक सर्टिफिकेट और एक पदक दिया जाता है। इस पुरस्कार विजेता को पुरस्कार के तौर पर किसी प्रकार का मौद्रिक अनुदान (Monetary Grant) नहीं किया जाता है।
दोस्तों, आपकी जानकारी के लिए बता दें - संविधान के अनुच्छेद 18 (1) के संदर्भ के अनुसार - अन्य सभी अलंकारों के समान इस सम्मान को भी नाम के साथ पदवी के रूप में उपयोग में नहीं लाया जा सकता। (उदाहरण : भारत रत्न. प्रणब मुखर्जी के बजाय भारत रत्न विजेता श्री. प्रणब मुखर्जी के रूप में उपयोग किया जा सकता है।)
दोस्तों आपको यह भी पता होना चाहिए कि - जब इस पुरस्कार की स्थापना की गई; तब इस पुरस्कार को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था। इस प्रावधान को इस पुरस्कार के 1 वर्ष बाद यानी सन 1955 में जोड़ा गया। जिसके उपरांत अब तक यह पुरस्कार कुल 14 (सन 1993 - सुभाष चंद्र बोस को छोड़कर) लोगों को मरणोपरांत दिया गया है।
दोस्तों यह कहीं भी लिखित तौर पर नहीं कहा गया है कि - भारत रत्न पुरस्कार को प्रतिवर्ष दिया जाए। इसलिए सन 1954 से 2020 तक ऐसे भी वर्ष हैं; जिनमें भारत रत्न पुरस्कार नहीं दिया गया। इस पुरस्कार को जिस वर्ष दिया जाता है; उस वर्ष अधिकतम केवल तीन ही लोग इसे प्राप्त कर सकते हैं। यानी यह पुरस्कार 1 वर्ष में अधिकतम तीन ही लोगों को दिया जा सकता है।
इस पुरस्कार को कोई भी व्यक्ति जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेद के बिना प्राप्त करने के लिए पात्र है। हालांकि उस व्यक्ति को मानव सेवा के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा / उच्चतम प्रदर्शन करना होगा।
इस बात को भी कहीं भी लिखित तौर पर नहीं कहा गया है; कि भारत रत्न पुरस्कार को केवल भारत के नागरिकों को ही दिया जाए। इसीलिए, यह पुरस्कार स्वाभाविक रूप से भारतीय नागरिक बन चुकी एग्नेस गोंखा बोजाखियू, जिन्हें हम Mother Teresa के नाम से जानते है और दो अन्य गैर-भारतीय - Khan Abdul Ghaffar Khan और Nelson Mandela (1990) को दिया गया है।
अगर बात करें - भारत रत्न पुरस्कार विजेता का चुनाव कैसे किया जाता है? तो आपको बता दें - इसके लिए कोई औपचारिक सिफारिश की आवश्यकता नहीं होती है। भारत रत्न की सिफारिशें प्रधानमंत्री द्वारा स्वयं राष्ट्रपति को दी जाती है और उन्हीं के द्वारा भारत रत्न विजेता का चयन होता है।
***तो दोस्तों भारत रत्न पुरस्कार के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के बाद आइए भारत रत्न विजेता को दिए जाने वाले पदक के बारे में जानते हैं।
***तो दोस्तों कुछ इस प्रकार का पदक भारत रत्न पुरस्कार विजेता को दिया जाता है।
दोस्तों कहा जाता है कि - भारत रत्न पुरस्कार के शुरुआती दौर में, भारत रत्न पुरस्कार विजेता को सोने से बना पदक दिया जाता था। यह पदक 35 मिमी गोलाकार सोने का बना हुआ था। जिसमें सामने सूर्य बना था, ऊपर हिंदी में भारत रत्न लिखा था और नीचे पुष्प हार बना हुआ था। इस पदक के पीछे की तरफ राष्ट्रीय चिन्ह और मोटो था। हालांकि हम इस बात की पुष्टि नहीं करते; क्योंकि इस संबंध में हमारे पास किसी भी तरह का सबूत नहीं है।
❶ प्रथम भारत रत्न पुरस्कार - डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, डॉ. चंद्रशेखर वेंकटरमन को सन 1954 में दिया गया।
❷ हाल ही में, भारत रत्न पुरस्कार वर्ष 2019 के लिए प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारीका (मरणोपरांत), नानाजी देशमुख (मरणोपरांत) को दिया गया।
❸ भारत रत्न पुरस्कार 1 वर्ष में अधिकतम 3 लोगों को दिया जा सकता है। इसी के साथ इस पुरस्कार से 1954 से लेकर 2019 तक कुल 48 लोगों को सम्मानित किया गया है।
❹ भारत रत्न पुरस्कार को मरणोपरांत देने का प्रावधान 1955 में जोड़ा गया। इसके उपरांत अब तक कुल 14 लोगों को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया है। हालांकि सन 1992 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को दिया गया भारत रत्न पुरस्कार; उनकी मृत्यु विवादित होने के कारण वापस ले लिया गया था।
❻ भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित होने वाली पहली गायिका श्रीमती एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी थीं; जिन्हें सन 1998 में यह पुरस्कार दिया गया।
❼ खेल क्षेत्र में भारत रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले एकमात्र खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर हैं; जिन्हें वर्ष 2015 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी के साथ इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले वह सबसे कम उम्र के विजेता हैं; जिन्हें मात्र की 42 वर्ष की आयु में भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा गया।
❽ डी. के. कर्वे सबसे अधिक उम्र के भारत रत्न प्राप्त करने वाले व्यक्ति थे। उन्हें 100 साल की उम्र में यह पुरस्कार प्रदान किया गया था।
❾ भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले विदेशी खान अब्दुल गफ्फार खान थे; जिन्हें वर्ष 1987 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
❿ भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद ने यह कह कर भारत रत्न लेने से मना कर दिया; की जो लोग इसकी चयन समिति में रहे हो; उनको यह सम्मान नहीं दिया जाना चाहिए। हालांकि बाद में 1992 में, उन्हें मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया गया।
***दोस्तों भारत रत्न पुरस्कार से जुड़े टॉप 10 रोचक तथ्य जानने के बाद - आइए नजर डालते हैं; 1954 से लेकर 2020 तक के भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची पर।
दोस्तों, भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची 1954 से 2020 तक कुछ इस प्रकार है। जैसे कि यह पुरस्कार अब तक कुल 48 लोगों को दिया गया है; जिनमें से 14 लोगों को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया। वर्ष 2020 के लिए पुरस्कार की घोषणा नहीं की गई है।
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Bharat Ratna Award information and winners list in Hindi - Technical Prajapati |
भारत रत्न पुरस्कार की जानकारी
भारत रत्न पुरस्कार की स्थापना 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री. राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी। यह हमारे देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है और इस सम्मान को राष्ट्रीय सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा तथा खेल आदि ''राष्ट्रीय सेवा'' में दिए गए किसी भी व्यक्ति के योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है।इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले विजेता को पुरस्कार के तौर पर राष्ट्रपति द्वारा सिग्नेचर किया हुआ एक सर्टिफिकेट और एक पदक दिया जाता है। इस पुरस्कार विजेता को पुरस्कार के तौर पर किसी प्रकार का मौद्रिक अनुदान (Monetary Grant) नहीं किया जाता है।
दोस्तों, आपकी जानकारी के लिए बता दें - संविधान के अनुच्छेद 18 (1) के संदर्भ के अनुसार - अन्य सभी अलंकारों के समान इस सम्मान को भी नाम के साथ पदवी के रूप में उपयोग में नहीं लाया जा सकता। (उदाहरण : भारत रत्न. प्रणब मुखर्जी के बजाय भारत रत्न विजेता श्री. प्रणब मुखर्जी के रूप में उपयोग किया जा सकता है।)
दोस्तों आपको यह भी पता होना चाहिए कि - जब इस पुरस्कार की स्थापना की गई; तब इस पुरस्कार को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था। इस प्रावधान को इस पुरस्कार के 1 वर्ष बाद यानी सन 1955 में जोड़ा गया। जिसके उपरांत अब तक यह पुरस्कार कुल 14 (सन 1993 - सुभाष चंद्र बोस को छोड़कर) लोगों को मरणोपरांत दिया गया है।
दोस्तों यह कहीं भी लिखित तौर पर नहीं कहा गया है कि - भारत रत्न पुरस्कार को प्रतिवर्ष दिया जाए। इसलिए सन 1954 से 2020 तक ऐसे भी वर्ष हैं; जिनमें भारत रत्न पुरस्कार नहीं दिया गया। इस पुरस्कार को जिस वर्ष दिया जाता है; उस वर्ष अधिकतम केवल तीन ही लोग इसे प्राप्त कर सकते हैं। यानी यह पुरस्कार 1 वर्ष में अधिकतम तीन ही लोगों को दिया जा सकता है।
इस पुरस्कार को कोई भी व्यक्ति जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेद के बिना प्राप्त करने के लिए पात्र है। हालांकि उस व्यक्ति को मानव सेवा के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा / उच्चतम प्रदर्शन करना होगा।
इस बात को भी कहीं भी लिखित तौर पर नहीं कहा गया है; कि भारत रत्न पुरस्कार को केवल भारत के नागरिकों को ही दिया जाए। इसीलिए, यह पुरस्कार स्वाभाविक रूप से भारतीय नागरिक बन चुकी एग्नेस गोंखा बोजाखियू, जिन्हें हम Mother Teresa के नाम से जानते है और दो अन्य गैर-भारतीय - Khan Abdul Ghaffar Khan और Nelson Mandela (1990) को दिया गया है।
अगर बात करें - भारत रत्न पुरस्कार विजेता का चुनाव कैसे किया जाता है? तो आपको बता दें - इसके लिए कोई औपचारिक सिफारिश की आवश्यकता नहीं होती है। भारत रत्न की सिफारिशें प्रधानमंत्री द्वारा स्वयं राष्ट्रपति को दी जाती है और उन्हीं के द्वारा भारत रत्न विजेता का चयन होता है।
***तो दोस्तों भारत रत्न पुरस्कार के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के बाद आइए भारत रत्न विजेता को दिए जाने वाले पदक के बारे में जानते हैं।
भारत रत्न पदक का वर्णन
वर्तमान में भारत रत्न पुरस्कार विजेता को दिया जाने वाला पदक तांबे से बना हुआ होता है। यह पदक पीपल के पत्ते के आकार जो लगभग 59 मिमी लंबा, 48 मिमी चौड़ा और 3.2 मिमी पतला होता है। इस पदक के सामने की ओर प्लैटिनम से ''चमकता हुआ सूर्य'' तथा उसी के नीचे चांदी में ''भारत रत्न'' लिखा होता है। इस पदक के पीछे की ओर चांदी से ''अशोक स्तंभ'' तथा उसके नीचे ''सत्यमेव जयते'' लिखा होता है। नीचे दिए गए इमेज में आप भारत रत्न पदक को सामने की ओर तथा पीछे की ओर से देख सकते हैं। इस पदक को सफेद पीते के साथ गले में पहना जाता है।भारत रत्न पदक - Bharat Ratna Medal - Technical Prajapati |
***तो दोस्तों कुछ इस प्रकार का पदक भारत रत्न पुरस्कार विजेता को दिया जाता है।
दोस्तों कहा जाता है कि - भारत रत्न पुरस्कार के शुरुआती दौर में, भारत रत्न पुरस्कार विजेता को सोने से बना पदक दिया जाता था। यह पदक 35 मिमी गोलाकार सोने का बना हुआ था। जिसमें सामने सूर्य बना था, ऊपर हिंदी में भारत रत्न लिखा था और नीचे पुष्प हार बना हुआ था। इस पदक के पीछे की तरफ राष्ट्रीय चिन्ह और मोटो था। हालांकि हम इस बात की पुष्टि नहीं करते; क्योंकि इस संबंध में हमारे पास किसी भी तरह का सबूत नहीं है।
टॉप 10 रोचक तथ्य - भारत रत्न पुरस्कार
Top 10 interesting facts related to Bharat Ratna - Technical Prajapati |
❷ हाल ही में, भारत रत्न पुरस्कार वर्ष 2019 के लिए प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारीका (मरणोपरांत), नानाजी देशमुख (मरणोपरांत) को दिया गया।
❸ भारत रत्न पुरस्कार 1 वर्ष में अधिकतम 3 लोगों को दिया जा सकता है। इसी के साथ इस पुरस्कार से 1954 से लेकर 2019 तक कुल 48 लोगों को सम्मानित किया गया है।
❹ भारत रत्न पुरस्कार को मरणोपरांत देने का प्रावधान 1955 में जोड़ा गया। इसके उपरांत अब तक कुल 14 लोगों को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया है। हालांकि सन 1992 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को दिया गया भारत रत्न पुरस्कार; उनकी मृत्यु विवादित होने के कारण वापस ले लिया गया था।
❻ भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित होने वाली पहली गायिका श्रीमती एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी थीं; जिन्हें सन 1998 में यह पुरस्कार दिया गया।
❼ खेल क्षेत्र में भारत रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले एकमात्र खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर हैं; जिन्हें वर्ष 2015 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी के साथ इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले वह सबसे कम उम्र के विजेता हैं; जिन्हें मात्र की 42 वर्ष की आयु में भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा गया।
❽ डी. के. कर्वे सबसे अधिक उम्र के भारत रत्न प्राप्त करने वाले व्यक्ति थे। उन्हें 100 साल की उम्र में यह पुरस्कार प्रदान किया गया था।
❾ भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले विदेशी खान अब्दुल गफ्फार खान थे; जिन्हें वर्ष 1987 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
❿ भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद ने यह कह कर भारत रत्न लेने से मना कर दिया; की जो लोग इसकी चयन समिति में रहे हो; उनको यह सम्मान नहीं दिया जाना चाहिए। हालांकि बाद में 1992 में, उन्हें मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया गया।
***दोस्तों भारत रत्न पुरस्कार से जुड़े टॉप 10 रोचक तथ्य जानने के बाद - आइए नजर डालते हैं; 1954 से लेकर 2020 तक के भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची पर।
भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची सन 1954 से 2020 तक
List of Bharat Ratna Award winners from 1954 to 2020 - Technical Prajapati |
क्र | वर्ष | विजेता | विवरण |
---|---|---|---|
48 | 2019 | नानाजी देशमुख (1916-2010)-(मरणोपरांत) | समाजसेवी, पूर्व में भारतीय जनसंघ के नेता |
47 | 2019 | भूपेन हजारिका (1926-2011)-(मरणोपरांत) | गीतकार, संगीतकार और गायक, असमिया भाषा के कवि, फिल्म निर्माता, लेखक और असम की संस्कृति और संगीत के अच्छे जानकार |
46 | 2019 | प्रणब मुखर्जी (जन्म 1935) | देश के 13वें राष्ट्रपति, वित्त मंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, भारतीय योजना आयोग के उपाध्यक्ष |
45 | 2015 | महामना मदन मोहन मालवीय (1861-1946)-(मरणोपरांत) | शिक्षाविद, समाज सुधारक |
44 | 2015 | अटल बिहारी वाजपेयी (1924-2018) | देश के 11वें प्रधानमंत्री, राजनेता |
43 | 2014 | सचिन तेंदुलकर (जन्म 1973) | भारतीय पूर्व क्रिकेटर |
42 | 2014 | प्रो. सी.एन.आर. राव (जन्म 1934) | वैज्ञानिक व केमेस्ट्री के विशेषज्ञ |
41 | 2008 | पं.भीमसेन जोशी (1922-2011) | शास्त्रीय गायक |
40 | 2001 | उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां (1916-2006) | शहनाई वादक |
39 | 2001 | लता मंगेशकर (जन्म 1929) | पार्श्व गायिका |
38 | 1999 | गोपीनाथ बोरदोलोई (1890-1950)-(मरणोपरांत) | स्वतंत्रता सेनानी, असम के मुख्यमंत्री (1938) |
37 | 1999 | अमर्त्य सेन (जन्म 1933) | नोबेल पुरस्कार विजेता, अर्थशास्त्री |
36 | 1999 | पंडित रविशंकर (1920-2012) | सितार वादक |
35 | 1988 | लोकनायक जयप्रकाश नारायण (1902-1979)-(मरणोपरांत) | स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ |
34 | 1988 | चिदम्बरम सुब्रमण्यम (1910-2000) | स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, कृषि मंत्र |
33 | 1998 | एम. एस. सुब्बालक्ष्मी (1916-2004) | शास्त्रीय संगीत गायिका |
32 | 1997 | अरुणा आसिफ अली (1909-1996)-(मरणोपरांत) | स्वतंत्रता संग्राम सेनानी |
31 | 1997 | गुलजारीलाल नंदा (1898-1998) | दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री, स्वतंत्रता सेनानी |
30 | 1997 | ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (1931-2015) | देश के 11वें राष्ट्रपति, वैज्ञानिक |
29 | 1992 | सत्यजीत रे (1921-1992) | फिल्म निर्माता, निर्देशक |
28 | 1992 | जे. आर. डी. टाटा (1904-1993) | देश के जाने माने उद्योगपति |
27 | 1992 | मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (1888-1958)-(मरणोपरांत) | देश के प्रथम शिक्षा मंत्री, स्वतंत्रता सेनानी |
26 | 1991 | मोरारजी रणछोड़जी देसाई (1896-1995) | देश के पांचवें प्रधानमंत्री, स्वतंत्रता सेनानी |
25 | 1991 | सरदार वल्लभ भाई पटेल (1875-1950)-(मरणोपरांत) | देश के पहले गृहमंत्री, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी |
24 | 1991 | राजीव गांधी (1944-1991)-(मरणोपरांत) | देश के सातवें प्रधानमंत्री |
23 | 1990 | नेल्सन मंडला (1918-2013)-[दूसरे गैर-भारतीय] | नोबेल पुरस्कार विजेता, रंगभेद विरोधी आंदोलन के नेता |
22 | 1990 | डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर (1891-1956)-(मरणोपरांत) | भारतीय संविधान के वास्तुकार, राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री |
21 | 1988 | मरुदुर गोपाला रामचन्दम (1917-1987)-(मरणोपरांत) | अभिनेता, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री |
20 | 1987 | खान अब्दुल गफ्फार खान (1890-1988)-[पहले गैर-भारतीय] | स्वतंत्रता सेनानी, प्रथम अभारतीय |
19 | 1983 | आचार्य विनोबा भावे (1895-1982)-(मरणोपरांत) | स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाज सुधारक |
18 | 1980 | मदर टेरेसा (1910-1997) | नोबेल पुरस्कार विजेता, मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी की स्थापना की। |
17 | 1976 | के. कामराज (1903-1975)-(मरणोपरांत) | प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, तीन बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे। |
16 | 1975 | वराहगिरी वेंकट गिरी (1894-1980) | देश के चौथे राष्ट्रपति, श्रमिक संघवादी |
15 | 1971 | इंदिरा गांधी (1917-1984) | देश की चौथी प्रधानमंत्री |
14 | 1966 | लाल बहादुर शास्त्री (1904-1966)-(मरणोपरांत) | देश के तीसरे प्रधानमंत्री, स्वतंत्रता सेनानी |
13 | 1963 | डॉ. पांडुरंग वामन काणे (1880-1972) | संस्कृत के एक विद्वान् एवं प्राच्यविद्याविशारद |
12 | 1963 | डॉ. जाकिर हुसैन (1897-1969) | देश के तृतीय राष्ट्रपति |
11 | 1962 | डॉ. राजेन्द्र प्रसाद (1884-1963) | प्रथम राष्ट्रपति, स्वतंत्रता सेनानी, विधिवेत्ता |
10 | 1961 | पुरुषोत्तम दास टंडन (1882-1962) | स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और शिक्षक |
09 | 1961 | डॉ. बिधान चन्द्र राय (1882-1962) | चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के द्वितीय मुख्यमंत्री |
08 | 1958 | डॉ. धोंडो केशव कर्वे (1858-1962) | शिक्षक और समाज सुधारक |
07 | 1957 | गोविंद वल्लभ पंत (1887-1961) | स्वतंत्रता सेनानी, उ.प्र के पहले मुख्यमंत्री, देश के दूसरे गृहमंत्री |
06 | 1955 | पं. जवाहरलाल नेहरू (1889-1964) | प्रथम प्रधानमंत्री, लेखक, स्वतंत्रता सेनानी |
05 | 1955 | सर डॉ. मौक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या (1861-1962) | सिविल इंजीनियर, मैसूर के दीवान (1912) |
04 | 1955 | डॉ. भगवान दास (1869-1958) | स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, लेखक |
03 | 1954 | डॉ. चन्द्रशेखर वेंकट रमन (1888-1970) | नोबेल पुरस्कार विजेता, भौतिकशास्त्री |
02 | 1954 | चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (1878-1972) | स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, अंतिम गवर्नर जनरल |
01 | 1954 | डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (1888-1975) | देश के दूसरे राष्ट्रपति |
दोस्तों, भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची 1954 से 2020 तक कुछ इस प्रकार है। जैसे कि यह पुरस्कार अब तक कुल 48 लोगों को दिया गया है; जिनमें से 14 लोगों को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया। वर्ष 2020 के लिए पुरस्कार की घोषणा नहीं की गई है।
***तो क्या जीनियस कैसा लगा आज का हमारा यह पोस्ट? कमेंट करके जरूर बताएं और हो सके तो अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर इस जानकारी को शेयर करें।
Acchi jankari hai
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