नोबेल पुरस्कार (नोबेल प्राइज) की जानकारी हिंदी में! - PDF Download के साथ : सन 1901 में स्वीडन के वैज्ञानिक ''अल्फ्रेड नोबेल'' की याद में ''नोबेल फाउंडेशन'' द्वारा इस पुरस्कार को शुरू किया गया। यह पुरस्कार - शांति, साहित्य, भौतिक, रसायन, चिकित्सा और अर्थशास्त्र को मिलाकर कुल छह: क्षेत्रों में दिया जाने वाला विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार है। इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले विजेता को पुरस्कार के रूप में पदक और डिप्लोमा के साथ 9 मिलियन स्वीडिश क्राउन (SEK) जो भारतीय रुपयों में लगभग 7.16 करोड़ रुपए (May-2020) की राशि प्रदान की जाती है। आज की इस पोस्ट में हम आपको नोबेल पुरस्कार की संपूर्ण जानकारी हिंदी में प्रदान कर रहे हैं। इस पोस्ट के अंत में PDF Download बटन पर क्लिक करके आप इस जानकारी को PDF File में सहेज कर भी रख सकते हैं।

नोबेल पुरस्कार की जानकारी हिंदी में! - Nobel prize information in Hindi! - PDF Download के साथ - ऑनलाइन विद्यालय
Nobel Prize Information In Hindi! - With PDF Download - Online Vidyalay

नोबेल पुरस्कार की जानकारी

दोस्तों शांति, साहित्य, भौतिक, रसायन, चिकित्सा और अर्थशास्त्र को मिलाकर कुल 6 क्षेत्रों में दिया जाने वाला नोबेल पुरस्कार - विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार है। यह पुरस्कार नोबेल फाउंडेशन द्वारा स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिया जाता है। आइए दोस्तों स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल के बारे में अधिक जानते हैं।

अल्फ्रेड नोबेल

21 अक्टूबर 1983 को अल्फ्रेड नोबेल का जन्म स्टॉकहोल्म के स्वीडन में हुआ था। उनका ताल्लुक (Belonged) एक अभियंता परिवार से था; जो कि बहुत ही समृद्ध था। अल्फ्रेड नोबेल एक रसायनज्ञ, अभियंता और आविष्कारक थे। सन 1894 में उन्होंने बेफोर्स आयरन और स्टील मिल खरीद कर एक महत्वपूर्ण हथियार निर्माता केंद्र बनाया। इसी के साथ उन्होंने बैल्लेस्टिक मिसाइलो का भी सफल परीक्षण किया।

सन 1867 में अल्फ्रेड नोबेल द्वारा डायनामाइट का आविष्कार किया गया। उन्होंने अपने जीवन काल में कुल 355 आविष्कार किए थे। उन्हें डायनामाइट तथा इस तरह के विज्ञान के अनेक आविष्कारों की विध्वनशक शक्ति की बखूबी समझ थी। इसी के साथ विकास के लिए निरंतर नए अनुसंधान की जरूरत का भी उन्हें पूर्ण एहसास था।

दोस्तों आपको बता दें - अल्फ्रेड नोबेल कई भाषाओं में निपुण थे; और उन्होंने कविता और नाटक भी लिखे। वह सामाजिक और शांति के मुद्दों में भी बहुत रूचि रखते थे; और उनके समय में कट्टरपंथी माने जाने वाले विचार रखते थे। अल्फ्रेड नोबेल को विज्ञान, आविष्कार, उद्यमशीलता, साहित्य और शांति कार्य इन सभी विषयों में अधिक रुचि थी। अल्फ्रेड नोबेल की रुचियां उनके द्वारा स्थापित पुरस्कार में साफ देखी जा सकती हैं।

अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी मृत्यु के पूर्व ही अपनी वसीयत बनाई। जिसमें उन्होंने अपने विपुल संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा एक ट्रस्ट के लिए सुरक्षित रख दिया। वह चाहते थे, की - इस पैसे की व्याज से हर साल उन लोगों को सम्मानित किया जाए; जिनका काम मानव जाति के लिए सबसे कल्याणकारी पाया जाए। दिसंबर 1896 में अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु हो गई। जिसके पश्चात स्वीडिश लोगों को पुरस्कारों के बारे में पता चला। अपनी वसीयत में उन्होंने आदेश दिया था कि "सबसे योग्य व्यक्ति चाहे वह स्केडीनेवियन हो या ना हो पुरस्कार प्राप्त करेगा।"

***स्वीडिश बैंक में जमा इस राशि के व्याज से ही नोबेल फाउंडेशन प्रतिवर्ष शांति, साहित्य, भौतिक, रसायन, चिकित्सा, और अर्थशास्त्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्ति को विश्व के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित करते हैं।

नोबेल फाउंडेशन

29 जून, 1900 में नोबेल फाउंडेशन का प्रारंभ हुआ; इसका उद्देश्य नोबेल पुरस्कारों का आर्थिक रूप से संचालन करना है। अल्फ्रेड नोबेल के वसीयत के अनुसार उनकी 94% से ज्यादा वसीयत के मालिक वह लोग हैं; जिन्होंने मानव जाति के लिए विभिन्न क्षेत्रों में उत्तम तथा कल्याणकारी कार्य किया है। इसीलिए प्रत्येक वर्ष उस वसीयत की व्याज की राशि उन लोगों को इनाम के रूप में दी जाती है।

नोबेल फाउंडेशन में 5 लोगों की टीम होती है; जिसका अध्यक्ष स्वीडन की किंग ऑफ काउन्सिल तय करती है। इसी के साथ बचे हुए चार सदस्य पुरस्कार वितरण संस्थान के ट्रस्टीयों द्वारा तय किए जाते हैं। हर साल अक्टूबर माह में नोबेल पुरस्कार की घोषणा होती है। नोबेल प्राइज जीतने वाले लोगों को पुरस्कार और धनराशि 10 दिसंबर को दिया जाता है। दोस्तों आपको बता दें - 10 दिसंबर को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि होती है। प्रतिवर्ष स्टॉकहोम में नोबेल पुरस्कार सम्मान समारोह का मुख्य आकर्षण यह होता है तब सम्मान प्राप्त व्यक्ति स्वीडन के राजा के हाथों पुरस्कार प्राप्त करते हैं।

नोबेल पुरस्कार की जानकारी हिंदी में! - Nobel prize information in Hindi! - The 2017 Nobel Prize award ceremony in Stockholm, Sweden  - ऑनलाइन विद्यालय
The 2017 Nobel Prize award ceremony in Stockholm, Sweden - Online Vidyalay

पुरस्कार स्वरुप

10 दिसंबर अलफ्रेड नोबेल के पुण्यतिथि दिवस पर नोबेल पुरस्कार समारोह में नोबेल पुरस्कार विजेताओं को तीन चीजें प्राप्त होती हैं। एक नोबेल डिप्लोमा, एक नोबेल पदक और एक दस्तावेज जिसमें नोबेल पुरस्कार राशि की पुष्टि होती है। आइए दोस्तों जानते हैं - नोबेल पुरस्कार विजेता को कितनी धनराशि दी जाती है?

नोबेल पुरस्कार विजेता को कितनी धनराशि दी जाती है?

नोबेल पुरस्कार जीतने वाले विजेता को पुरस्कार के स्वरूप एक नोबेल पदक और डिप्लोमा के साथ पुरस्कार राशि दी जाती है। दोस्तों आपको बता दें - इस पुरस्कार के साथ दी जाने वाली धनराशि समय-समय पर घटती तथा बढ़ती रहती है। 2019 के नोबेल पुरस्कार विजेताओं को 9 मिलियन स्वीडिश क्राउन (SEK) दी गई। इससे पूर्व साल 2017 से पहले इस पुरस्कार को जीतने वाले विजेता को 8 मिलियन स्वीडिश क्राउन (SEK) दिए जाते थे। यदि किसी वर्ष किसी क्षेत्र में 2 या इससे अधिक व्यक्तियों को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार दिया जाता है; तो उनके बीच राशि का बराबर बंटवारा किया जाता है।

दोस्तों यदि वर्तमान (May 2020) की बात करें; तो 1 स्वीडिश क्राउन (SEK) = 7.96 भारतीय रुपयों के बराबर है। इसका मतलब यदि नोबेल पुरस्कार विजेता को 9 मिलियन स्वीडिश क्राउन (SEK) पुरस्कार के तौर पर दिया जाता है; तो वह भारतीय रुपयों में 71657353.78 इतना होगा।

पदक तथा डिप्लोमा विवरण

प्रत्येक नोबेल पुरस्कार विजेता को एक नोबेल डिप्लोमा दिया जाता है वह नोबल डिप्लोमा कला का एक अनूठा काम है जो स्वीडिश और नार्वे के कलाकारों और सुलेखकों द्वारा बनाया जाता है। नोबेल पदक सावधानी से और 18 कैरेट के पुनर्नवीनीकरण सोने के साथ हस्तनिर्मित होते हैं।

चिकित्सा, भौतिक, रसायन और साहित्य क्षेत्र में दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कार पदक एक समान होते हैं। इस पदक में अल्फ्रेड नोबेल की छवि और उनके जन्म और मृत्यु वर्ष को दर्शाया गया होता है। शांति तथा अर्थशास्त्र नोबेल पुरस्कार पदक पर भी अल्फ्रेड नोबेल की छवि एक छोटे से डिजाइन के साथ होती है। पुरस्कार देने वाली संस्था के अनुसार रिवर्स पर छवि बदलती है। नीचे दिए गए इमेज में आप नोबेल डिप्लोमा और पदक को देख सकते हैं।

नोबेल पुरस्कार की जानकारी हिंदी में! - पदक तथा डिप्लोमा विवरण - Medal & Diploma Details - Online Vidyalay
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नोबेल पुरस्कार से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी तथा रोचक तथ्य

  • शांति के लिए दिए जाने वाला नोबेल पुरस्कार ओस्लो में जबकि बाकी सभी अवार्ड स्टॉकहोम में दिए जाते हैं।
  • यदि किसी वर्ष एक क्षेत्र में एक से अधिक पुरस्कार देने की नौबत आ जाती है; तो इस परिस्थिति में केवल तीन ही पुरस्कार उस क्षेत्र के लिए दिए जा सकते हैं।
  • यदि एक ही पुरस्कार दो या तीन लोगों को संयुक्त रूप से दिया गया है; तो दी गई धनराशि उन सभी में बराबर-बराबर बांट दी जाती है।
  • नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली सबसे कम उम्र की महिला मलाला यूसुफजई हैं। जिन्हें 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार भारत के कैलाश सत्यार्थी के साथ संयुक्त रूप में प्रदान किया गया।
  • ICRC (International Committee of the Red Cross)एक ऐसी संस्था है; जिसे सबसे अधिक तीन दफा शांति नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया है।
  • नोबेल पुरस्कार में ऐसा 15 दफा हुआ है; कि पुरस्कार एक ही परिवार के 2 सदस्यों के बीच संयुक्त रूप से प्रदान किया गया है।
  • नोबेल पुरस्कार के समय तीन नोबेल पुरस्कार विजेताओं की गिरफ्तारी हुई थी।
  • अब तक ऐसे कुल 2 व्यक्ति हैं; जिन्होंने नोबेल पुरस्कार लेने से इंकार कर दिया था। (जीन-पॉल सार्त्र को साहित्य में 1964 के नोबेल पुरस्कार और ले डुक थो , 1973 में नोबेल शांति पुरस्कार)
  • जॉन बी ऐसे व्यक्ति हैं; जिन्हें रसायन विज्ञान नोबेल पुरस्कार वर्ष 2019 में प्राप्त हुआ। नोबेल पुरस्कार को 97 वर्ष की आयु में प्राप्त करने वाले वह सबसे अधिक उम्र के व्यक्ति बन चुके हैं।

नोबेल पुरस्कार नामांकन और चयन प्रक्रिया

नोबेल शांति पुरस्कार के लिए बनाए गए नामांकन मानदंडों को पूर्ण करने वाले व्यक्ति इस पुरस्कार के लिए नामांकन दे सकते हैं। इस नामांकन को भरने के लिए निमंत्रण पत्र की जरूरत नहीं होती है। नामांकन करने वाले व्यक्ति की जानकारी अगले 50 साल बाद तक गुप्त रखी जाती है। नोबेल समिति नामांकन किए गए लोगों में से नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन करती है।

सितंबर माह से नामांकन भरने की प्रक्रिया की शुरुआत होती है। नामांकन 1 फरवरी से पहले भेजें जाने चाहिए। इसके पश्चात समिति प्राप्त नामांकन पर विचार करती है और फरवरी से मार्च महीने के बीच एक सूची तैयार करती है। इसके बाद इस सूची को मार्च से अगस्त तक एडवाइजर रिव्यू के लिए भेज देती है। अक्टूबर माह में समिति कुछ चुनिंदा नामों की सूचि तैयार करती है। चयन समिति के सभी अध्यक्षों के वोटिंग के आधार पर इसके बाद विजेता का नाम घोषित होता है तथा दिसंबर में उन सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया जाता है।

1901 से 1966 तक नोबेल पुरस्कार के कुल 6 क्षेत्रों में अब तक 18346 नामांकन हुए थे। हालांकि यह डेटाबेस पूर्ण नहीं है; क्योंकि नोबेल पुरस्कार समिति नामांकन किए गए लोगों की जानकारी 50 वर्ष तक गुप्त रखती है। दोस्तों आपको बताते हैं 1901 से 1966 तक किस क्षेत्र में कितने नामांकन किए गए थे?
  1. 1901 से 1966 तक भौतिकी में नामांकन की संख्या : 2776
  2. 1901 से 1966 तक रसायन विज्ञान में नामांकन की संख्या : 2931
  3. 1901 से 1953 तक फिजियोलॉजी या मेडिसिन में नामांकन की संख्या : 5110
  4. 1901 से 1966 तक साहित्य में नामांकन की संख्या : 3104
  5. 1901 से 1967 तक शांति में नामांकन की संख्या : 4425
***संपूर्ण : 18346
(***Note : According to the data presented by the Nobel Prize Committee.***)

नोबेल पुरस्कार कितने क्षेत्रों में दिया जाता है?

दोस्तों 1901 में जब नोबेल पुरस्कार दिया जाने लगा तब केवल 5 क्षेत्रों में इस पुरस्कार को दिया जाता था। जिनमें भौतिक, रसायन, चिकित्सा, साहित्य और शांति यह क्षेत्र शामिल थे। 1968 में, Sveriges Riksbank (स्वीडन के केंद्रीय बैंक) ने नोबेल पुरस्कार के संस्थापक अल्फ्रेड नोबेल की याद में आर्थिक विज्ञान पुरस्कार की स्थापना की। अर्थशास्त्र में पहला पुरस्कार 1969 में रगनार फ्रिस्क और जान टिनबर्गेन को संयुक्त रूप से दिया गया था। सन 1969 के बाद से नोबेल पुरस्कार कुल 6 क्षेत्रों में प्रदान किया जाता है; जिसमें.-
  1. चिकित्सा,
  2. भौतिकी,
  3. रसायन विज्ञान,
  4. साहित्य,
  5. शांति और
  6. आर्थिक विज्ञान (अर्थशास्त्र) शामिल हैं।

दोस्तों अब तक कुल 10 भारतीयों को नोबेल पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। जिन भारतीय लोगों को नोबेल पुरस्कार मिला उनके नाम हैं - रविंद्रनाथ टैगोर, हरगोविंद खुराना, सीवी रमण, वीएएस नायपॉल, वेंकट रामाकृष्णन, मदर टेरेसा, सुब्रमण्यम चंद्रशेखर, कैलाथ सत्यार्थी, आरके पचौरी और अमर्त्य सेन।

महत्वपूर्ण जानकारी : भारत में अहिंसा के बलबूते पर आजादी दिलाने वाले महात्मा गांधी को 5 बार नामांकन मिला। लेकिन उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार कभी नहीं मिला।

नोबेल पुरस्कार 2019 विजेता

वर्ष 2019 में नोबेल पुरस्कार कुल 14/15 व्यक्तियों को दिया गया। जिनमें भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी भी शामिल है। 2019 में चिकित्सा, भौतिकी, रसायन तथा अर्थशास्त्र में कुल संयुक्त रूप से 12 पुरस्कार प्रदान किए गए। साहित्य तथा शांति के लिए एक-एक पुरस्कार दिया गया।
  • चिकित्सा - चिकित्सा के क्षेत्र में विलियम केलिन, ग्रेजग सेमेंजा और पीटर रैटक्लिफ को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार दिया गया।
  • भौतिकी - भौतिकशास्त्र के क्षेत्र में जेम्स पीबल्स, माइकल मेयर और डिडियर क्वेलोज को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार दिया गया।
  • रसायन - रसायनशास्त्र के क्षेत्र में जॉन बी गुडएनफ, स्टैनली विटिंघम और अकीरा योशिनो को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार दिया गया।
  • साहित्य - साहित्य के क्षेत्र में पीटर हैंडके को नोबेल पुरस्कार दिया गया। सन 2018 का साहित्य नोबेल पुरस्कार ओल्गा टोकरियुकुक को 2019 में दिया गया। क्योंकि, यह पुरस्कार 2019 में दिया गया; इसीलिए इसे 2019 में ही गिना जाता है।
  • शांति - इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद को शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
  • अर्थशास्त्र - अर्थशास्त्र के क्षेत्र में भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्थर डफ्लो और माइकल क्रेमर को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार दिया गया।

अभिजीत बनर्जी, आर्थिक विज्ञान 2019 में पुरस्कार : ऑफिसियल इंटरव्यू (वीडियो)



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