पद्म पुरस्कार - सामान्य ज्ञान - Padma Awards - General Knowledge - इस पोस्ट के जरिए हम आपके सामने पद्म पुरस्कार / सम्मान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां / जनरल नॉलेज साझा करने वाले हैं। जो जानकारी अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछी जा सकती हैं।
⇨ इस पुरस्कार का उद्देश्य नागरिकों को विभिन्न क्षेत्रों में उनके बेहतरीन योगदान के लिए सम्मानित करना है।
⇨ मानव सेवा के किसी भी क्षेत्र में असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए पद्म पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
⇨ पद्म पुरस्कार कई क्षेत्रों में दिए गए योगदान के लिए दिया जाता है। जिसमें कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और अभियांत्रिकी, व्यापार तथा उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, सिविल सेवा, खेल तथा अन्य क्षेत्र शामिल है।
⇨ सन 1954 में जब भारत सरकार द्वारा पद्म पुरस्कार की स्थापना की गई इन पुरस्कारों में 3 वर्ग शामिल थे, जिन्हें पहला वर्ग दूसरा वर्ग तथा तीसरा वर्ग कहा जाता था। 8 जनवरी 1955 को जारी किए गए एक अध्यक्षीय अधिसूचना के अनुसार इनके नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्मश्री कर दिया गया।
⇨ पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाता है। पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्मश्री यह पद्म पुरस्कार की 3 क्रमशः श्रेणियां हैं।
⇨ पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक है।
⇨ भारत रत्न के बाद द्वितीय स्थान पर पद्म विभूषण देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। जिसे असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है।
⇨ पद्म विभूषण के बाद पद्म भूषण देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। जिसे एक उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है।
⇨ पद्म भूषण के बाद पद्मश्री देश का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। जिसे प्रतिष्ठित सेवा के लिए दिया जाता है।
⇨ सरकारी कर्मचारी जिनमें PSU के साथ काम करने वाले डॉक्टर तथा वैज्ञानिक पद्म पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं है।
⇨ गणतंत्र दिवस [26 जनवरी] की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की जाती है।
⇨ पद्म पुरस्कार विजेताओं को मार्च / अप्रैल माह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह के दौरान पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
⇨ जिन विदेशियों ने भारत के प्रति अपना योगदान दिया हो उन्हें भी इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
⇨ पद्म पुरस्कारों को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं जोड़ा गया है। हालांकि अत्याधिक योग्य मामलों में सरकार पुरस्कार देने पर विचार कर सकती है।
⇨ 1 वर्ष में अधिकतम 120 व्यक्तियों को [मरणोपरांत पुरस्कारों और NRIs / Foreigners / OCIs को छोड़कर] ही पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जा सकता है।
⇨ पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वाले विजेता को प्रमाणपत्र तथा पदक प्रदान किया जाता है। इस सम्मान के साथ कोई राशि नहीं दी जाती।
⇨ यदि किसी व्यक्ति को हाल ही में पद्म पुरस्कार प्रदान किया गया हो तो उस व्यक्ति को उच्च श्रेणी का पद्म पुरस्कार तभी दिया जा सकता है, जब उस व्यक्ति को पद्म पुरस्कार प्राप्त होकर कम से कम 5 वर्ष बीत चुके हो। हालांकि उच्च तथा योग्य मामलों में पद्म पुरस्कार समिति द्वारा छूट दी जा सकती है।
⇨ पद्म पुरस्कार के लिए प्राप्त नामांकन पर विचार करने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा पद्म पुरस्कार समिति का गठन किया जाता है।
⇨ प्रधानमंत्री द्वारा गठित पद्म पुरस्कार समिति का प्रमुख कैबिनेट सचिव होता है। इस समिति में गृह सचिव, सचिव तथा राष्ट्रपति और लगभग 4 से 6 प्रतिष्ठित व्यक्ति सदस्य होते हैं।
⇨ पद्म पुरस्कार समिति द्वारा चुने गए सिफारिशें अंतिम निर्णय के लिए प्रधानमंत्री तथा भारत के राष्ट्रपति के सामने प्रस्तुत की जाती हैं।
⇨ पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को प्राप्त पदक की प्रतिकृति भी दी जाती है। जिसे वह अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी समारोह / राज्य कार्यों आदि के दौरान पहन सकते हैं।
⇨ इन पुरस्कारों के साथ नगद - भत्ता अथवा रेल / हवाई यात्रा में रियायत आदि के रूप में कोई सुविधा प्रदान नहीं किया जाता है।
⇨ किसी भी दुरुपयोग मामले में पुरस्कार लेने वाले को पुरस्कार से बाहर कर दिया जाता है।
⇨ 1978, 1979 तथा 1993 से 1997 इन वर्षों इस पुरस्कारों को प्रदान नहीं किया गया।
हमें उम्मीद है दोस्तों - हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आप सभी दोस्तों को बेहद पसंद आई होगी और आप इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करेंगे। साथ ही साथ कमेंट बॉक्स में दी गई जानकारी के बारे में अपनी राय जरूर देंगे क्योंकि, दोस्तों पता है ना कमेंट बॉक्स आपका ही है।
Padma Awards - General Knowledge - Technical Prajapati |
पद्म पुरस्कार - सामान्य ज्ञान
⇨ पद्म पुरस्कारों की स्थापना भारत सरकार ने 1954 में की थी।⇨ इस पुरस्कार का उद्देश्य नागरिकों को विभिन्न क्षेत्रों में उनके बेहतरीन योगदान के लिए सम्मानित करना है।
⇨ मानव सेवा के किसी भी क्षेत्र में असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए पद्म पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
⇨ पद्म पुरस्कार कई क्षेत्रों में दिए गए योगदान के लिए दिया जाता है। जिसमें कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और अभियांत्रिकी, व्यापार तथा उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, सिविल सेवा, खेल तथा अन्य क्षेत्र शामिल है।
⇨ सन 1954 में जब भारत सरकार द्वारा पद्म पुरस्कार की स्थापना की गई इन पुरस्कारों में 3 वर्ग शामिल थे, जिन्हें पहला वर्ग दूसरा वर्ग तथा तीसरा वर्ग कहा जाता था। 8 जनवरी 1955 को जारी किए गए एक अध्यक्षीय अधिसूचना के अनुसार इनके नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्मश्री कर दिया गया।
⇨ पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाता है। पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्मश्री यह पद्म पुरस्कार की 3 क्रमशः श्रेणियां हैं।
⇨ पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक है।
⇨ भारत रत्न के बाद द्वितीय स्थान पर पद्म विभूषण देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। जिसे असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है।
⇨ पद्म विभूषण के बाद पद्म भूषण देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। जिसे एक उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है।
⇨ पद्म भूषण के बाद पद्मश्री देश का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। जिसे प्रतिष्ठित सेवा के लिए दिया जाता है।
⇨ सरकारी कर्मचारी जिनमें PSU के साथ काम करने वाले डॉक्टर तथा वैज्ञानिक पद्म पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं है।
⇨ गणतंत्र दिवस [26 जनवरी] की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की जाती है।
⇨ पद्म पुरस्कार विजेताओं को मार्च / अप्रैल माह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह के दौरान पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
⇨ जिन विदेशियों ने भारत के प्रति अपना योगदान दिया हो उन्हें भी इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
⇨ पद्म पुरस्कारों को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं जोड़ा गया है। हालांकि अत्याधिक योग्य मामलों में सरकार पुरस्कार देने पर विचार कर सकती है।
⇨ 1 वर्ष में अधिकतम 120 व्यक्तियों को [मरणोपरांत पुरस्कारों और NRIs / Foreigners / OCIs को छोड़कर] ही पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जा सकता है।
⇨ पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वाले विजेता को प्रमाणपत्र तथा पदक प्रदान किया जाता है। इस सम्मान के साथ कोई राशि नहीं दी जाती।
⇨ यदि किसी व्यक्ति को हाल ही में पद्म पुरस्कार प्रदान किया गया हो तो उस व्यक्ति को उच्च श्रेणी का पद्म पुरस्कार तभी दिया जा सकता है, जब उस व्यक्ति को पद्म पुरस्कार प्राप्त होकर कम से कम 5 वर्ष बीत चुके हो। हालांकि उच्च तथा योग्य मामलों में पद्म पुरस्कार समिति द्वारा छूट दी जा सकती है।
⇨ पद्म पुरस्कार के लिए प्राप्त नामांकन पर विचार करने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा पद्म पुरस्कार समिति का गठन किया जाता है।
⇨ प्रधानमंत्री द्वारा गठित पद्म पुरस्कार समिति का प्रमुख कैबिनेट सचिव होता है। इस समिति में गृह सचिव, सचिव तथा राष्ट्रपति और लगभग 4 से 6 प्रतिष्ठित व्यक्ति सदस्य होते हैं।
⇨ पद्म पुरस्कार समिति द्वारा चुने गए सिफारिशें अंतिम निर्णय के लिए प्रधानमंत्री तथा भारत के राष्ट्रपति के सामने प्रस्तुत की जाती हैं।
⇨ पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को प्राप्त पदक की प्रतिकृति भी दी जाती है। जिसे वह अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी समारोह / राज्य कार्यों आदि के दौरान पहन सकते हैं।
⇨ इन पुरस्कारों के साथ नगद - भत्ता अथवा रेल / हवाई यात्रा में रियायत आदि के रूप में कोई सुविधा प्रदान नहीं किया जाता है।
⇨ किसी भी दुरुपयोग मामले में पुरस्कार लेने वाले को पुरस्कार से बाहर कर दिया जाता है।
⇨ 1978, 1979 तथा 1993 से 1997 इन वर्षों इस पुरस्कारों को प्रदान नहीं किया गया।
हमें उम्मीद है दोस्तों - हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आप सभी दोस्तों को बेहद पसंद आई होगी और आप इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करेंगे। साथ ही साथ कमेंट बॉक्स में दी गई जानकारी के बारे में अपनी राय जरूर देंगे क्योंकि, दोस्तों पता है ना कमेंट बॉक्स आपका ही है।
Post a Comment
इस आर्टिकल के बारे में आप अपनी राय नीचे कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं।