International Human Rights Day - टेक्निकल प्रजापति |
दोस्तों दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने सभी देशों को 1950 में आमंत्रित किया था। जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने 423 (V) रेजोल्यूशन पास कर सभी देशों और संबंधित संगठनों को इस दिवस को मनाने की सूचना जारी की थी।
भारत में मानवाधिकार
हर इंसान को अपनी जिंदगी अपनी मर्जी के साथ, आजादी, बराबरी और सम्मान के साथ जीने का अधिकार है। भारतीय संविधान में भी इस बात का जिक्र है। जब कोई मानव अधिकार का उल्लंघन करता है, तो हमारे देश का कानून भी उसे सजा देता है। भारत में 28 सितंबर, 1993 से 'Human Rights Law' अमल में लाया गया। 12 अक्टूबर 1996 में सरकार ने 'National Human Rights Commission' का गठन कर दिया था। मानवाधिकार आयोग राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्षेत्रों में भी काम करता है। जैसे - मज़दूरी, HIV AIDS, हेल्थ, बाल विवाह, महिला अधिकार आदि। मानवाधिकार आयोग का काम ज्यादा से ज्यादा लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है।मानवाधिकार में आजादी, बराबरी और सम्मान के साथ जीना, स्वास्थ्य, आर्थिक, सामाजिक और शिक्षा का अधिकार आदि आते हैं। पहला अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस 10 दिसंबर 1948 को मनाया गया था।
मानवाधिकार दिवस कैसे मनाया जाता है?
10 दिसंबर को संपूर्ण दुनिया में इस दिवस को मनाया जाता है। इस दिन मानवाधिकार के क्षेत्र में 5 वर्षीय संयुक्त राष्ट्र पुरस्कार तथा नोबेल पीस प्राइज दिया जाता है। शिक्षण संस्थानों, गैर सरकारी संस्थानों और सरकारी प्रतिष्ठानों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिनमें मानवाधिकार पर अधिक प्रकाश डाला जाता है। मानवाधिकार क्या है? इसकी रक्षा कैसे की जा सकती है? जैसे कई विषयों पर यहां चर्चा की जाती है। इस तरह मानवाअधिकार दिवस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है।दोस्तों इसी के साथ यह दिवस एक खास तरह के थीम के साथ भी मनाया जाता है। 2019 में इसकी थीम 'स्थानीय भाषा का साल : मानवाधिकार संस्कृति को बढ़ावा देना और मजबूती प्रदान करना' था; तथा 2018 में इसकी थीम 'मानवाधिकार के लिए खड़े हों' थी; और 2017 में इसकी थीम 'समानता, न्याय और मानवीय मर्यादा के लिए खड़े हों' थी।
कुछ जरूरी बातें
- दोस्तों मानवाधिकार के तहत लोगों की आम जरूरते जैसे.- खाना, कपड़ा, मकान और शिक्षा को पूरा करने का काम किया जाता है। कई बार सत्ता के नशे में चूर सरकारें अथॉरिटी लोगों का उत्पीड़न करती है। ऐसे में मानवाधिकार से उनको जीवन, आजादी, समानता और सुरक्षा प्रदान की जाती है।
- प्रो.हेनकिन को मानवाधिकार का पिता कहा जाता है। उन्होंने दूसरे विश्वयुद्ध के बाद अंतरराष्ट्रीय कानून को आकार देने में अहम भूमिका निभाई थी।
- दक्षिण अफ्रीका 21 मार्च को मानवाधिकार दिवस मनाता है।
- जीवन का अधिकार, न्याय का अधिकार, सोच, विवेक और धर्म की स्वतंत्रता, दासता से स्वतंत्रता, अत्याचार से स्वतंत्रता, आदि मानवाधिकार में आते हैं।
- मानव अधिकार की सुरक्षा विभिन्न कानूनों द्वारा की गई है। लेकिन, अभी भी कई लोगों, समूहों और सरकारों द्वारा इसका उल्लंघन किया जाता है। मानव अधिकारों के दुरुपयोग की निगरानी के लिए कई संस्थाएं बनाई गई है। जहां सरकारें और कुछ गैर सरकारी संगठन इसकी जांच करते हैं।
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