हेलो नमस्कार दोस्तों,
फ्रेंड्स,बुकर पुरस्कार वर्ष 1969 में स्थापित हुआ। यह साहित्य के क्षेत्र में नोबेल के पश्चात् दूसरा सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है। बुकर पुरस्कार का प्रायोजन एवं नियमन सम्बन्धी अधिकार मान (MAN) ग्रुप के पास चले जाने के कारण वर्ष 2002 से बुकर पुरस्कार अब 'मैन बुकर पुरस्कार' हो गया है। आज की इस पोस्ट में हमद मैन बुकर पुरस्कार तथाद मैन बुकर पुरस्कार विजेताओं सूची 1969-2019 के बारे में जानने वाले है।
***द मैन बुकर पुरस्कार विजेताओं की सूची 1969-2019 | हिंदी में संबंधित pdf download लिंक नीचे दी गई है जिस पर क्लिक करके आप इसे डाउनलोड कर सकते हैं।
जानकारी : द मैन बुकर पुरस्कार
दोस्तों, जैसे की हमने आपको बताया की,
बुकर पुरस्कार वर्ष 1969 में स्थापित हुआ। यह साहित्य के क्षेत्र में नोबेल के पश्चात् दूसरा सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है। बुकर पुरस्कार का प्रायोजन एवं नियमन सम्बन्धी अधिकार मान (MAN) ग्रुप के पास चले जाने के कारण वर्ष 2002 से बुकर पुरस्कार अब 'मैन बुकर पुरस्कार' हो गया है तथा मैन बुकर पुरस्कार ब्रिटेन का सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार है। यह पूर्ण रूप से अंग्रेजी भाषा में एवं यूनाइटेड किंगडम (यूके) में प्रकाशित उपन्यास को दिया जाता है।
दोस्तों, यह पुरस्कार किसी भी देश के लेखक द्वारा लिखित उपन्यास को दिया जा सकता है। इस पुरस्कार कोप्रतिवर्ष दिया जाता है। जीतने वाले को 65,000 अमेरिकी डॉलर का इनाम दिया जाता है। बुकर पुरस्कार की राशि लेखक और अनुवादक के बीच बंटती है। वर्ष 2019 के पुरस्कार की घोषणा 22 मई 2019 को की गई थी।
द मैन बुकर पुरस्कार : 2019 की विजेता
फ्रेंड्स, पश्चिम एशियाई देश ओमान की लेखिका जोखा अल्हार्थी को उनकी किताब 'कैलेस्टियल बॉडीज' के लिए वर्ष 2019 का प्रतिष्ठित मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार पाने वाली जोखा अरबी भाषा की पहली लेखिका हैं।मस्कट की सुल्तान काबुस यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर जोखा ने इडेनबर्ग यूनिवर्सिटी से अरबी काव्य की पढ़ाई की है। वह अरबी भाषा में तीन उपन्यास, बच्चों की एक किताब और दो लघु कहानी संग्रह लिख चुकी हैं।जरूर पढ़े :एबेल पुरस्कार प्राप्त विजेताओं की सूचि 2003-2019
दोस्तों,जोखा अल्हार्थी को बुकर पुरस्कार में जीत के स्वरूप 50 हजार पाउंड यानी लगभग 44 लाख रुपए से ज्यादा की रकम मिलेगी। इस रकम को उन्होंने अपने उपन्यास ‘कैलेस्टियल बॉडीज’ की अनुवादक अमेरिका की मर्लिन बूथ के साथ बांटने का फैसला किया है। ओमान की तीन बहनों पर केंद्रित मूलतः अरबी में लिखे गए इस उपन्यास का मर्लिन ने अंग्रेजी में अनुवाद किया है। ‘कैलेस्टियल बॉडीज’ उपन्यास में तीन बहनों- मय्या, अस्मा और ख्वाला की कहानी जो एक मरुस्थली देश में रहती हैं। उपन्यास में तीनों बहनों के दासता के अपने इतिहास से उबर कर जटिल आधुनिक विश्व के साथ तालमेल करने की जद्दोजहद का वर्णन किया गया है।
द मैन बुकर पुरस्कार विजेताओं सूची 1969-2019
***तो दोस्तों आज के लिए बस इतना ही फिर मिलेंगे अगली पोस्ट में तब तक के लिए नमस्कार जय हिन्द वन्दे मातरम।
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