जानकारी का स्त्रोत : भारतीय ज्ञानपीठ अधिकृत वेबसाइट
List of Navlekhan award winners since 2005 - Technical Prajapati |
नवलेखन पुरस्कार
दोस्तों, वर्ष 2005 तक राष्ट्रीय स्तर पर ऐसा कोई भी पुरस्कार नहीं था; जो युवा लेखन के को प्रोत्साहित करें। इसीलिए भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा नवलेखन पुरस्कार की स्थापना की गई। हिंदी में लिखने वाले युवा लेखकों के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। वर्ष 2005 में प्रथम बार इस पुरस्कार को कुणाल सिंह को सनातन बाबू का दांपत्य, लघुकथाएं के लिए यह पुरस्कार दिया गया। नवलेखन पुरस्कार विजेता को पुरस्कार स्वरूप सरस्वती माता की मूर्ति, प्रशस्ति पत्र तथा निर्धारित की गई राशि प्रदान की जाती है।
इस पुरस्कार के लिए किसी भी लेखक पर तभी विचार किया जाता है; जब उसकी आयु 40 वर्ष से अधिक ना हो तथा उसके द्वारा लिखी गई कृति हिंदी में हो। आइए अब तक के विजेता सूची पर नजर डालते हैं।
नवलेखन पुरस्कार विजेताओं की सूची 2005 से अब तक
अ.क्र | विजेता का नाम | वर्ष |
---|---|---|
24 | आलोक रंजन (सियाहत - यात्रा वृत्तांत) | 2017 |
23 | श्रद्धा (हावा में फड़फड़ाती चिठ्ठी - लघु कथाएँ) | 2016 |
22 | घनश्याम कुमार देवांश (आकाश में देह - कविता) | |
21 | अमलेंदु तिवारी (परित्यक्ता - उपन्यास) | 2015 |
20 | ओम नागर (निब के चिर से - गैर फिक्शन) | |
19 | उपासना (एक जिंदगी ... एक स्क्रिप्ट भर - लघु कथाएँ) | 2014 |
18 | बाबुशा कोहली (प्रेम गिलहरी दिल अख़रोट - कविता) | |
17 | हरेप्रकाश उपाध्याय (बखेड़ापुर - उपन्यास) | 2013 |
16 | योगिता यादव (क्लीनचिट - लघु कथाएँ) | 2012 |
15 | अरुणाभ सौरव (दीन बन्ने के चरण में - कविता) | |
14 | प्रदीप जिलवाने (जहाँ भी हो जरा सी सम्भावना - कविता) | 2011 |
13 | बिमलेश त्रिपाठी (Adhure Ant Ki Shuruat - लघु कथाएँ) | 2010 |
12 | राजीव कुमार (तेजाब - लघु कथाएँ) | |
11 | कुणाल सिंह (आदिग्राम उपनयन - उपन्यास) | 2009 |
10 | पंकज सुबेर (ये कौन सहार से नहीं - उपन्यास) | |
09 | विमलचंद्र पांडे (दार - लघु कथाएँ) | 2007 |
08 | उमाशंकर चौधरी (कहे हैं तब शहंशाह सो रह - कविता) | |
07 | रविकांत (यात्रा - कविता) | |
06 | राजुला शाह (परचिन की खिरकी - कविता) | 2006 |
05 | शशि भूषण द्विवेदी (ब्रह्महत्या और अन्या कहनिया - लघु कथाएँ) | |
04 | चंदन पांडे (भूषण - लघु कथाएँ) | |
03 | सौमित्र सक्सेना (मित्र - कविता) | |
02 | अमित कल्ला (होन ना होन से परे - कविता) | |
01 | कुणाल सिंह (सनातन बाबू का दाम्पत्य - लघु कथाएँ) | 2005 |
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