ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाने के बाद की सेटिंग - Best For SEO (Setting after create a blog on blogger in hindi) : ब्लॉगर पर बनाए गए ब्लॉग से ऑनलाइन पैसा कमाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, कि आपके ब्लॉग पर विजिटर आए। विजिटर आने के लिए आपका ब्लॉग गूगल सर्च इंजन में दिखे। यदि आपके ब्लॉग को गूगल सर्च इंजन में दिखाना है; तो आपको अपने ब्लॉग के लिए कुछ सेटिंग करनी होती है। हां! यदि आपका ब्लॉग, ब्लॉगर पर बनाया गया है; तो यह आर्टिकल आज की पोस्ट में आपको ''ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाने के बाद की सेटिंग'' के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाला है। जो आपके ब्लॉग के लिए और SEO के नजरिए से बेहद मददगार साबित होगा।

ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाने के बाद की सेटिंग - Best For SEO - setting after creating blog on blogger in Hindi
Setting After Creating Blog On Blogger In Hindi - Best For SEO - Technical Prajapati


दोस्तों यह हमारा ब्लॉगिंग ट्यूटोरियल का छठा अध्याय है और हम ब्लॉग की सेटिंग कैसे करें? पर आ पहुंचे हैं। इस से पूर्व पिछले कुछ ट्यूटोरियल में हमने - ब्लॉगर क्या है? ब्लॉग क्या होता है? और ब्लॉग कैसे बनाएं? आदि के बारे में जानकारी हासिल की। यदि आप एक नए ब्लॉगर हैं; तो आपको नीचे दी गई जानकारियां जरूर पढ़नी चाहिए।


ब्लॉगर पर एक ब्लॉग बनाने से पहले नीचे दिए गए आर्टिकल जरूर पढ़ें।

👉 ब्लॉगर क्या है? - What is Blogger? In Hindi
👉 ब्लॉग क्या है? - What is a Blog? In Hindi
👉 ब्लॉगर : फ्री ब्लॉग बनाने के लिए बेस्ट प्लेटफार्म
👉 ब्लॉग बनाने से पहले कौन-सी बातों पर ध्यान देना चाहिए?
👉 ब्लॉगर पर फ्री ब्लॉग अपनी छोटी-सी वेबसाइट कैसे बनाएं?


दोस्तों, आप इस आर्टिकल को पढ़ रहे हैं; इसका मतलब है कि - आप अपने बनाए हुए ब्लॉग से कुछ उम्मीदें रखते हैं; और वह उम्मीद है कि - आपके ब्लॉग पर लिखे गए आपके आर्टिकल के बदले आपको कुछ कमाई हो। लेकिन, कमाई तो तब होगी जब आपके द्वारा लिखे गए आर्टिकल को कोई पढ़ेगा। जी हाँ! आपके आर्टिकल तभी पढ़े जाएंगे; जब आपका ब्लॉग या ब्लॉग पर लिखे गए आर्टिकल गूगल सर्च में दिखाई देंगे। लेकिन दोस्तों, आपका ब्लॉग या आर्टिकल तब तक गूगल सर्च में नहीं दिखाई देगा; जब तक आप ब्लॉग के लिए आवश्यक सेटिंग को पूर्ण नहीं करते। हालांकि, आप अपने ब्लॉग या लिखे गए आर्टिकल की लिंक सोशल मीडिया पर शेयर करके साझा करके विजिटर पा सकते हैं। हालाँकि, उसके लिए भी आपका सोशल मीडिया कनेक्शन मजबूत होना चाहिए। खैर, चलिए शुरुआत करते हैं की - ब्लॉग पर कौन-कौन सी सेटिंग करना आवश्यक है।

ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाने के बाद की सेटिंग

दोस्तों यदि आपका ब्लॉग, ब्लॉगर पर स्थित है; तो जल्दी से अपने ब्लॉगर प्रोफाइल पर चले जाइए और जो सेटिंग यहां से आपको हम बता रहे हैं। आप उसे वेरीफाई भी कर सकते हैं और यदि सेटिंग नहीं की गई है; तो उसे भी कर सकते हैं। बस आप नीचे दिए गए इंस्ट्रक्शन को फॉलो करें।

  • ब्लॉगर में लॉगिन करें और अपने ब्लॉग को चुने। (यदि आपके पास एक ही ब्लॉग है; तो आप सीधे उसी पर आ जाएंगे।)
  • अब आपको लेफ्ट साइड दिखाई दे रहे Settings Option पर क्लिक करना है। जैसे ही आप उस पर क्लिक करते हैं; Settings Option के नीचे कुछ चाइल्ड ऑप्शन आ जाएंगे। जिसमें से आपको Basic पर क्लिक करना है।

Blogger Setting - Basic

*****Basic*****

Title : इस ऑप्शन के सामने आपको अपने ब्लॉग का नाम दिखाई दे रहा होगा। आप केवल उसी परिस्थिति में इसे बदले; जब आप अपने ब्लॉग का नाम बदलना चाहते हो। अन्यथा title में कुछ बदलाव न करें।

Description : यहां आपको अपने ब्लॉग के बारे में ज्यादा से ज्यादा 500 अक्षरों में बताना है। याद रहे जब आपका ब्लॉग गूगल में दिखाई देता है; तो आपके ब्लॉग के नाम के नीचे यही डिस्क्रिप्शन लिखा होता है। यह आकर्षक होना चाहिए और मूल मुद्दे का होना चाहिए।

मूल मुद्दे से हमारा तात्पर्य यह है कि - यदि आपका ब्लॉग रेसिपी पर है; तो आपको रेसिपी से मिलता-जुलता डिस्क्रिप्शन लिखना होगा। यदि आप कुछ और आकर्षक डिस्क्रिप्शन लिखते हैं। जिसका संबंध आपके ब्लॉग से नहीं है; तो विजिटर आने के बाद उन्हें वह चीज नहीं दिखाई दी; तो वह वापस चले जाएंगे। जो कि आपके ब्लॉग के लिए अच्छी बात नहीं है; इस से Bounce rate बढ़ता है। (Bounce rate क्या होता है? इसके बारे में हम आपको जल्दी ही बताएंगे।)

Privacy : दोस्तों प्राइवेसी का हर जगह जरूर ध्यान रखा जाता है। जब आप अपने ब्लॉग पर लिखे गए आर्टिकल को प्राइवेट रखते हैं; तो आपको इस ऑप्शन के आगे दिए गए एडिट बटन पर क्लिक करके No करके Save Changes पर क्लिक कर देना है। इसका मतलब है कि - आप अपने ब्लॉग को गूगल सर्च में नहीं दिखाना चाहते।

हां! लेकिन आप अपने ब्लॉग को गूगल सर्च में दिखाना चाहते हैं; तो आपको Yes पर क्लिक करके Save Changes पर क्लिक कर देना है।

*****Publishing*****

Blog Address : इसके सामने आप अपने ब्लॉग का URL देख पा रहे होंगे। यदि आपने, अपने ब्लॉग के नाम में कुछ बदलाव किया है या आप कोई और URL चाहते हैं; तो Edit बटन पर क्लिक करके अपने हिसाब से अपने ब्लॉग का URL बना सकते हैं। यदि आप नहीं चाहते तो इस ऑप्शन को वैसे ही रहने दें।

*****HTTPS*****

HTTPS Redirect : इसका मतलब होता है - जब भी कोई विजिटर आपकी वेबसाइट पर आएगा; तो उसे HTTPS पर भेजा जाए या HTTP पर भेजा जाए। हमारे ख्याल से HTTPS ज्यादा बेहतर होता है; क्योंकि इसमें S का मतलब सिक्योर होता है। जब आप YES को सिलेक्ट कर लेते हैं; तो आपके ब्लॉग पर आने वाले विजिटर को HTTPS, एक एन्क्रिप्टेड कनेक्शन पर सेवा देती है। जब आप NO को सिलेक्ट कर लेते हैं; तो आपके ब्लॉग पर आने वाले विजिटर को HTTP, एक अनएन्क्रिप्टेड कनेक्शन पर सेवा देती है।

सीधी सीधी बात में कहा जाए तो YES कर दीजिए!

*****Permissions*****

Blog Authors : यदि आपके ब्लॉग पर आपके अलावा कोई और भी लेखक आर्टिकल लिखता है; तो ऐसे में हम add authors पर क्लिक करके उस नए लेखक को अपने ब्लॉग के साथ जोड़ सकते हैं। यदि आप किसी नए लेखक को अपने ब्लॉग के साथ जोड़ना चाहते हैं; तो add authors पर क्लिक करके उस लेखक की gmail id वहां डालें और invite author पर क्लिक कर दें लेखक अपने gmail id से आपके इनविटेशन को एक्सेप्ट करने के बाद वह आपके ब्लॉग के साथ जुड़ जाएगा। याद रखें आपकी पोस्ट के अलावा उसे अपने ब्लॉगर प्रोफाइल पर और कुछ नहीं दिखाया जाएगा।

Blog Readers : इसका मतलब है कि आपके ब्लॉग पर लिखे गए आर्टिकल को कौन पढ सकता है। इसी के सामने आपको एक एडिट का ऑप्शन दिखाई दे रहा होगा। जिस पर क्लिक करने के बाद आपके सामने तीन ऑप्शन खुलकर आ जाएंगे।

  • Public : यदि आप इस ऑप्शन को चुनते हैं; तो आपका ब्लॉग सभी के लिए खुला रहेगा और गूगल पर सर्च करके या किसी भी सोशल मीडिया से कोई भी आपके ब्लॉग पर लिखे गए आर्टिकल को पढ़ सकता है।
  • Private - Only blog authors : यदि आप इस ऑप्शन को चुनते हैं; तो आपका ब्लॉग प्राइवेट रहेगा। हालांकि, आपके ब्लॉग पर लिखे गए आर्टिकल को आपके ब्लॉग के लेखक पढ़ सकते हैं।
  • Private - Only these readers : यदि आप इस ऑप्शन को चुनते हैं; तो इसका मतलब है कि - आपके ब्लॉग पर लिखे गए आर्टिकल को आप केवल उन्हीं लोगों को पढ़ने के लिए खुला कर रहे हैं; जिन्हें आप चाहते हैं। अन्य कोई भी आपके ब्लॉग पर लिखे गए आर्टिकल को नहीं पढ़ सकता।

दोस्तों यदि आप अपने ब्लॉग पर लिखे गए आर्टिकल को कुछ चुनिंदा लोगो को ही पढ़ने के लिए खुला करना चाहते हैं; तो Private - Only these readers इस ऑप्शन के नीचे आपको + Add readers का ऑप्शन दिखाई देगा जिस पर क्लिक करने के बाद आपको उस व्यक्ति का gmail id डालकर save changes पर क्लिक कर देना है। याद रहे जब भी वह व्यक्ति आपके ब्लॉग पर आर्टिकल पढ़ने आए; तो उसके ब्राउज़र में उसका Gmail ID लॉगिन होना चाहिए। अन्यथा वह आपके ब्लॉग पर नहीं आ पाएगा।

Blogger Setting - Posts Comments And Sharing

Settings में चाइल्ड ऑप्शन Basic के बाद Posts Comments And Sharing का ऑप्शन दिखाई दे रहा होगा; उस पर क्लिक करें।

*****Posts*****

Show at most : इसके सामने दिए गए बॉक्स में आप जो अंक लिखेंगे; उतने ही आर्टिकल आपके ब्लॉग के मुख्य पृष्ठ पर प्रदर्शित किए जाएंगे। जिसके पास ही एक और बॉक्स बना है। जहां पर आप को 2 ऑप्शन दिए जाते हैं; Days और Post. यदि आपके ब्लॉग पर प्रतिदिन बहुत ज्यादा आर्टिकल पब्लिश्ड किए जाते हैं; तो आप Days को सिलेक्ट करें अन्यथा Post पर रहने दे।

नोट : 1 स्टैंडर्ड ब्लॉग के मुख्यपृष्ठ पर अधिकतम केवल 7 ब्लॉग आर्टिकल ही दिखाई देते हैं।

Post Template : यदि आप हमेशा एक जैसा ही दिखाई देने वाला पोस्ट पब्लिश करने वाले हैं। मतलब जिसमें इमेज की जगह, टेक्स्ट, वीडियो आदि की जगह पहले से फिक्स होगी; तो आप इसके लिए एक टेंपलेट बनाकर HTML कोड को यहां add बटन पर क्लिक करके past कर दें और राइट साइड ऊपर की ओर दिखाई दे रहे Save setting पर क्लिक कर दें।

Showcase images with Lightbox : इसका मतलब है कि - आपके ब्लॉग के मुख्यपृष्ठ पर दिखाई दे रहे; पोस्ट टाइटल के साथ आपके पोस्ट में दी गई इमेज दिखाई दे या नहीं। अगर विजिटर की नजरिए से बात करें; तो आपको इसे YES करना चाहिए। यदि आप अपने blog load speed को और बढ़ाना चाहते हैं; तो आप NO कर दें। हालांकि, जब आप NO करते हैं; तो आपके ब्लॉग के होम पेज पर दिखाई दे रहे; पोस्ट टाइटल के पास आपके पोस्ट की इमेज नहीं दिखाई देगी।

*****Comments*****

Comment Location : यहां आप तय करते हैं कि - आपके ब्लॉग पोस्ट के नीचे कमेंट बॉक्स दिखाई देगा या नहीं या किस प्रकार का दिखाई देगा; आइए बताते हैं। जब आप उस ऑप्शन के आगे वाले बॉक्स पर क्लिक करते हैं; तब आपके सामने चार ऑप्शन आ जाते हैं।

  1. Embedded : इन सभी ऑप्शन में से सबसे बेस्ट है और सभी ब्लॉग पर लगभग इसे ही उपयोग में लिया जाता है। आपके ब्लॉग पोस्ट के नीचे बिना किसी झंझट के दिखाई देता है। लोग आसानी से कमेंट बॉक्स को देख सकते हैं और आपके ब्लॉग पोस्ट पर कमेंट कर सकते हैं।
  2. Full page : जब आप इस ऑप्शन को चुनते हैं; तो आपके ब्लॉग पोस्ट के नीचे केवल Post a comment लिखा होता है। जब यदि विजिटर उस पर क्लिक करेगा; तब एक फुल स्क्रीन कमेंट बॉक्स पर वह रीडायरेक्ट हो जाएगा। लोग इसे इसीलिए यूज़ करते हैं। क्योंकि, कमेंट पब्लिश करने के बाद बेवजह एक और व्यू न हो जिस से उनके वेबसाइट या ब्लॉग आकलन में कोई दिक़्क़्द न आये।
  3. Pop-up window : इस ऑप्शन को भी लोग ऊपर दिए गए (Full page) कारणों की वजह से ही यूज करते हैं। हालांकि, जब आप इस ऑप्शन का उपयोग कर रहे हैं; तो आपके ब्लॉग पोस्ट के नीचे केवल Post a comment  लिखा होगा। जिस पर क्लिक करने के बाद विजिटर को एक पॉप-अप विंडो कमेंट बॉक्स दिखाई देगा।
  4. Hide : यदि आप अपने ब्लॉग पोस्ट के नीचे कमेंट बॉक्स नहीं दिखाना चाहते तो आप ऑप्शन को चुन सकते हैं।

Who can comment? : इसका मतलब है कि - आप अपने ब्लॉग पर किसे कमेंट करने की अनुमति दें रहे हैं। इसके लिए आपके पास तीन ऑप्शन है।

  •  Anyone - includes Anonymous Users : जब आप इस ऑप्शन को चुनते हैं; तो आपके ब्लॉग पोस्ट पर कोई भी कमेंट कर सकता है। चाहे वह क्रोम ब्राउज़र में या किसी अन्य ब्राउज़र में लॉगिन हो या ना हो। जब यदि आप इस ऑप्शन का चुनाव करते हैं; तो आपको कभी कभी पता नहीं चलता कि कमेंट कौन कर रहा है। (कभी कभी कमेंटकर्ता का नाम Anonymous दिखाई देता है।)
  • User with Google Accounts : जब आप इस ऑप्शन को चुनते हैं; तो आप केवल उन्हीं लोगों को आपके ब्लॉग पोस्ट पर कमेंट करने की अनुमति देते हैं। जिन्होंने ब्राउज़र में गूगल अकाउंट से लॉगिन किया हो। यह किसी भी ब्लॉग के लिए अच्छा ऑप्शन है यदि आप इसे चुनते हैं तो आपके ब्लॉग पोस्ट के नीचे अभद्र कमेंट ना के बराबर आएंगे। आपको बता दें अभद्र कमेंट से हमारे ब्लॉग की वैल्यू कम होती है।
  • Only members of this blog : जब यदि आपका ब्लॉग प्राइवेट है या अन्य लोगों के लिए भी खुला है। यदि आप इस ऑप्शन को चुनते हैं; तो केवल वही लेखक तथा या ब्लॉग रीडर आपके ब्लॉग पोस्ट पर कमेंट कर सकते हैं; जिन्हे आपने अनुमति दी है अन्य कोई नहीं।

Comment Moderation : इसका मतलब है कि - आपके ब्लॉग पोस्ट पर किए गए कमेंट की जांच कब होगी। इसके लिए आपके पास तीन ऑप्शन है।

  • Always : जब अब इस ऑप्शन को चुनते हैं; तो नीचे एक बॉक्स ओपन हो जाता है। जहां आपसे आपका जीमेल आईडी पूछा जा रहा है। जीमेल आईडी डालने के बाद राइट साइड ऊपर की ओर Save सेटिंग पर जब आप क्लिक कर देते हैं; तो आपके जीमेल पर एक रिक्वेस्ट आती है और आपको उसे 14 दिन के भीतर एक्सेप्ट करना होगा। एक्सेप्ट करने के बाद जब भी कोई आपके ब्लॉग पोस्ट पर कमेंट करेगा। ब्लॉगर हमेशा आपको उसकी सूचना आपके जीमेल पर देगा। आप वहां से उस कमेंट को अप्रूव या डिस अप्रूव कर सकते हैं।
  • Sometimes : ऊपर दिए गए प्रोसेस की तरह ही इस ऑप्शन को एक्टिव करना होगा। जब आप इस ऑप्शन का चुनाव करते हैं; तो आपके ब्लॉग पोस्ट पर कमेंट कभी-कभी बिना आपके अप्रूवल के अप्रूव हो जाएंगे। लेकिन, जब गूगल को या ब्लॉगर को लगेगा कि - इस कमेंट की जांच होनी चाहिए। तब वह आपको आपके द्वारा दिए गए जीमेल पर नोटिफिकेशन भेजेगा।
  • Never : जब आप इस ऑप्शन का चुनाव करते हैं; तो आप बिना किसी रूकावट के किसी को भी आपके ब्लॉग पर कमेंट करने की अनुमति दे देते हैं। यह आपके ब्लॉग के लिए घातक हो सकता है। इस प्रकार अनुमति देने पर - यदि किसी व्यक्ति ने अभद्र लिंक आपके ब्लॉग पर कमेंट कर दी; तो इसका गलत प्रभाव आपके ब्लॉग पर पड़ता है।

इसलिए आपसे अनुरोध है कि यदि आप कमेंट मॉडरेशन की सेटिंग कर रहे हैं; तो ऑलवेज ऑप्शन को चुने। यह आपके ब्लॉग के लिए काफी अच्छा होगा। जिस से आपके ब्लॉग पर हो रहे कमेंट की आपको पूर्ण कल्पना होगी और आप उसे अपने अनुसार हटा भी सकते हैं।

महत्वपूर्ण सूचना : जब आप इनमे से कोई ऑप्शन का चुनाव कर रहे हैं। तब आप से नीचे आपका जीमेल आईडी पूछा जाता है। यदि आप उसमें अपना जीमेल आईडी नहीं डालते; तो आपके ब्लॉगर पर ही कमेंट ऑप्शन में आपको कमेंट को मान्यता देनी है या नहीं देनी है दिखाई देगा।

Show word verification : इसका मतलब है कि - जब आपके ब्लॉग पोस्ट पर कोई कमेंट कर रहा है। तब आप उससे वर्ड वेरिफिकेशन करवाना चाहते हैं या नहीं। यदि आप उससे वर्ड वेरिफिकेशन करवाना चाहते हैं तो YES करें अन्यथा NO कर दें। हालांकि, सभी ब्लॉगर इसे YES करते हैं।

Comment Form Message : इसका मतलब है कि आप अपने ब्लॉग पर आने वाले विजिटर को कमेंट करने के लिए एक वाक्य में प्रोत्साहित करें उदाहरण के लिए - "यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद है; तो कमेंट जरुर करें।" Add बटन पर क्लिक करके आप ऐसे ही किसी वाक्य को वहां लिख कर राइट साइड ऊपर की ओर दिए गए सेव बटन पर क्लिक कर दें।

***तो दोस्तों इस प्रकार हमने Posts Comments And Sharing पेज की सभी सेटिंग को पूर्ण कर लिया। एक बात हमेशा याद रखें - जब भी आप इसमें कोई भी सेटिंग बदलाव करें; तो राइट साइड ऊपर दिए गए ''Save Settings'' बटन पर जरूर क्लिक करें, अन्यथा आप की सेटिंग सेव नहीं होगी।

दोस्तों अब आपको सेटिंग के नीचे तीसरे स्थान पर ईमेल का चाइल्ड ऑप्शन दिखाई दे रहा होगा। आपको इसमें कोई बदलाव नहीं करना है। अब आप सीधे Language and Formatting पर क्लिक कर दें।

Blogger Setting - Language and Formatting

यहां हमें अपने ब्लॉग के लिए भाषा तथा फॉर्मेटिंग की सेटिंग करनी है।

*****Language*****

Language : दोस्तों चाहे आपका ब्लॉग हिंदी में हो, अंग्रेजी में हो या मराठी या किसी अन्य भाषा में हो। लेकिन, फिर भी आपको यहां English (United State) को ही चुनना है। इस ऑप्शन के सामने दिए गए बॉक्स में जब आप क्लिक करते हैं; तो आपके सामने कई सारी भाषाएं, देश के नाम के साथ आपको मिल जाएंगी।

Enable transliteration : यहां आपसे पूछा जा रहा है कि - क्या आप अपने ब्लॉग पर की सामग्री को किसी अन्य भाषा में ट्रांसलेट करना चाहेंगे? जब आप Enabled पर क्लिक करते हैं; तो उसी के बाजू में आप किस भाषा में इस सामग्री को ट्रांसलेट करना चाहते हैं; उसे चुनने का ऑप्शन दिखाई देगा। आप अपने अनुसार किसी भी भाषा का चुनाव कर सकते हैं। यदि आप अपनी ब्लॉग सामग्री को ट्रांसलेट नहीं करवाना चाहते; तो Disabled कर दें।

*****Formatting*****

Time Zone : यहां आप जहां कहीं भी रहते हैं; वहां का स्टैंडर्ड टाइम या टाइम जोन सिलेक्ट करना है। यदि आप भारत में रहते हैं; तो आपको GMT +05:30 Indian Standard Time को सेट करना है।

Date Header Format / Timestamp Format / Comment Timestamp Format : अब आपको यह तीनों ऑप्शन दिखाई दे रहे हैं; जहां आपको (Day, Month Date, Year) के फॉर्मेट को चुनना है। यदि आज 9 जून 2020 है; तो वहां आपको Tuesday, June 09, 2020 को सिलेक्ट करना होगा।

***दोस्तों इस बात को हमेशा याद रखें कि - जब आप लैंग्वेज और फॉर्मेटिंग सेटिंग में जाकर कोई भी बदलाव कर रहे हैं; तो सेटिंग करने के बाद राइट साइड ऊपर की ओर Save Settigs पर जरूर क्लिक करें, अन्यथा की सेटिंग सेव नहीं होगी।

Blogger Setting - Search Preference

SEO के नजरिया से ब्लॉग के लिए महत्वपूर्ण सेटिंग यहीं की जाती है। इस सेटिंग को बड़े ध्यान से करने की आवश्यकता है, अन्यथा इसका परिणाम गलत भी हो सकता है।

*****Meta tags*****

Description : यदि आप परेशान हैं कि - आपके ब्लॉग के आर्टिकल गूगल पर नहीं दिखाई देते हैं; तो यह ऑप्शन आपकी बहुत मदद करेगा। इसी के सामने Edit बटन पर क्लिक करके आपको अपने ब्लॉग के लिए 150 अक्षरों में एक डिस्क्रिप्शन लिखना होगा। जिसके बाद आपको उसी के नीचे दिए गए से Save Changes बटन पर क्लिक करना होगा। जैसे ही आप इस सेटिंग को कर लेते हैं। आपके ब्लॉग के सभी पोस्ट के लिए सर्च डिस्क्रिप्शन खुल जाता है। जहां पर आप प्रत्येक आर्टिकल के लिए डिस्क्रिप्शन लिख कर उसे आसानी से गूगल में दिखा सकते हैं। जब आप पोस्ट लिखने के लिए न्यू पोस्ट पर क्लिक करते हैं; तब राइट साइड नीचे आपको यह ऑप्शन दिखाई देगा। जहां पर आप अपने आर्टिकल के बारे में बता सकते हैं;  की इस आर्टिकल में क्या है? यह डिस्क्रिप्शन आपके ब्लॉग टाइटल के नीचे  गूगल सर्च रिजल्ट में दिखाई देगा।

*****Errors and redirections*****

Custom Page Not Found : प्रत्येक ब्लॉग पर 404 error page जरूर होना चाहिए। हालांकि, सभी टेंपलेट में यह डिफॉल्ट होता है। लेकिन, यदि आप चाहे तो अपने 404 error page को स्टाइलिश बना सकते हैं। जिसका HTML कोड आपको बाद में इसी ऑप्शन के सामने दिए गए Edit बटन पर क्लिक करके पेस्ट करना है और बाद में Save Changes पर क्लिक कर देना है।

Custom Redirects : कभी-कभी किसी कारणवश हमें अपने ब्लॉग की किसी सामग्री को डिलीट करना पड़ जाता है। ऐसे में यदि हमारा वह आर्टिकल गूगल पर दिखाई दे रहा है; तो कई लोग उसी आर्टिकल पर आ जाते हैं। लेकिन, वहां उन्हें वह सामग्री नहीं दिखाई देती। जिसका असर हमारे ब्लॉग के लिए अच्छा नहीं होता। इसलिए, एक ऑप्शन का उपयोग करके हम उस सामग्री पर आने वाले विजिटर को अन्य किसी पेज पर रीडायरेक्ट कर देते हैं। इस ऑप्शन की सेटिंग के बारे में हम आपको जल्द ही ब्लॉगर  ट्यूटोरियल में विस्तार से बताएँगे।

*****Crawlers and indexing*****

दोस्तों आप देख पा रहे होंगे कि - इस सेटिंग को करने से पहले आपको ब्लॉगर पर एक Warning दिखाई जा रही है। जिसके अनुसार - यदि आप कुछ अनुचित सेटिंग करते हैं; तो इसका असर आपके ब्लॉग पर अच्छा नहीं होगा। आप निश्चिंत हो जाइए और बड़े आराम से हम आपको जैसे सेटिंग बता रहे हैं; बिल्कुल वैसे कीजिए। आपके ब्लॉग के लिए तथा SEO के नजरिए से वह बहुत ही मददगार साबित होगा।

Google Search Console : जब आप इस ऑप्शन के सामने दिए गए Edit बटन पर क्लिक करते हैं; तो आप गूगल सर्च कंसोल की वेबसाइट पर रीडायरेक्ट हो जाते हैं। गूगल सर्च कंसोल क्या है? और कैसे काम करता है? के बारे में हम बहुत जल्द आने वाले पोस्टों में जानने वाले हैं। फिलहाल के लिए आप एडिट बटन पर क्लिक न करें। (यदि आप इस बारे में जानते हैं; तो आप अपनी मर्जी अपने रिस्क पर इसे कर सकते हैं।)

Custom robots.txt : ब्लॉगर में जब आप पहली बार इस ऑप्शन के सामने देखेंगे; तो आपको यह Disabled नजर आएगा। इसी के पास आपको एक एडिट बटन दिखाई दे रहा होगा उस पर क्लिक करें। अब आप 2 और ऑप्शन YES और NO को देख पा रहे हैं। उसमे से YES पर क्लिक करके ही आपके सामने एक बॉक्स ओपन हो जाएगा। यहां हम नीचे आपको एक कोड दे रहे हैं। जिसे कॉपी करके आप उसे उस बॉक्स में पेस्ट कर दें। याद रहे यहां आपको लाल कलर में दिखाए गए URL को अपने ब्लॉग URL से बदलना है। जब आप उस कोड में दिए गए URL को अपने ब्लॉग URL से बदल देते हैं; तो बॉक्स के नीचे दिए गए Save Changes बटन पर क्लिक करके इस सेटिंग को सेव कर दें।

User-agent: Mediapartners-Google
Disallow:
User-agent: *
Disallow: /search
Allow: /
Sitemap: https://technicalprajapati551994.blogspot.com/sitemap.xml


Custom robots header tags : दोस्तों हम आपको इस सेटिंग का मतलब के बारे में फिर कभी विस्तार से बताएंगे। लेकिन, फिलहाल के लिए हम आपको जो सेटिंग बता रहे हैं उसे अच्छी तरह से करें।

इस ऑप्शन के सामने आपको एक Edit बटन दिखाई दे रहा होगा। उस पर क्लिक करने के बाद आपको YES और NO का ऑप्शन दिखाई दे रहा होगा। जब आप YES पर क्लिक करते हैं; तो नीचे setting के लिए कुछ पर्याय आते हैं। नीचे हम आपको ऐसे बता रहे हैं; बिल्कुल वैसे सेटिंग कीजिए।

  • Homepage : केवल all और noodp पर टिक करें। ☑️
  • Archive and Search pages : केवल noindex और noodp पर टिक करें। ☑️
  • Default for Posts and Pages : केवल all और noodp पर टिक करें। ☑️

***जब आप ऊपर दिए गए सभी योग्य जगहों पर टिक कर देते हैं; तो Save Changes बटन पर क्लिक करके इस सेटिंग को सेव कर दें।

*****Monetisation*****

जब आपके ब्लॉग पर गूगल ऐडसेंस या अन्य किसी ऐड नेटवर्क साइड से अप्रूवल मिल जाता है; तो आप इसका उपयोग कर सकते हैं, अन्यथा आप इसे कुछ ना करें।

Custom ads.txt : जब आपके ब्लॉग पर गूगल ऐडसेंस या अन्य किसी ऐड नेटवर्किंग साइट से अप्रूवल प्राप्त हो जाता है; तो आपको उनके द्वारा एक Custom ads.txt कोड दिया जाता है। जिसे आपको इस ऑप्शन के सामने दिए गए Edit बटन पर क्लिक करने के बाद YES पर क्लिक करके नीचे खुले गए बॉक्स में पेस्ट करके Save Changes पर क्लिक कर देना है।

***दोस्तों अब सेटिंग के ऑप्शन में अगला चाइल्ड ऑप्शन other है। इसमें आपको कुछ खास बदलाव नहीं करना है। जो कुछ बदलाव हमें करना है; वह आपको आगे आने वाले आर्टिकल के जरिए हम बताएंगे। क्योंकि यदि आपको अभी बताया गया; तो आप के पल्ले कुछ नहीं पड़ेगा और आप समझ नहीं पाएंगे कि यह सेटिंग क्यों की गई है?

दोस्तों इस प्रकार हमने अपने ब्लॉगर पर बनाए गए ब्लॉग के लिए आवश्यक सभी सेटिंग को पूरा कर लिया है। यदि अभी भी आपको कोई समस्या है; तो आप बेझिझक कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं या पूछ सकते हैं।

उम्मीद करते हैं दोस्तों - हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आप सभी दोस्तों को बेहद पसंद आई होगी और आप इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करेंगे। साथ ही साथ कमेंट बॉक्स में दी गई जानकारी के बारे में अपनी राय जरूर देंगे। क्योंकि, दोस्तों कमेंट बॉक्स आपका ही है।

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