भारत रत्न पुरस्कार विजेता - 2019 - Bharat Ratna Award Winner - 2019 : वर्ष 2019 के लिए भारत रत्न पुरस्कार की घोषणा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या यानी 25 जनवरी 2019 को की गई थी। इस घोषणा के अनुसार पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, जनसंघ के नेता नानाजी देशमुख तथा प्रसिद्ध गायक भूपेन हज़ारिका को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना था। 8 अगस्त 2019 को इन तीनों महान व्यक्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। हालांकि, इस पुरस्कार सूची में 2 नाम ऐसे थे, जिन्हें मरणोपरांत इस पुरस्कार को घोषित किया गया था। जिनके नाम Nanaji Deshmukh और Bhupen Hazarika था। आज की इस पोस्ट के जरिए हम वर्ष 2019 में प्रदान किए गए Bharat Ratn Winners के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं।
भारत रत्न भारत का Highest Civilian Honor है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है। भारत रत्न की स्थापना 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी। पहला भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को दिया गया था। भारत रत्न के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमारे भारत रत्न पुरस्कार - भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान इस पेज पर जरुर विजिट करें।
***दोस्तों, हम सभी को पता है प्रणव मुखर्जी भारत के पूर्व राष्ट्रपति एवं वरिष्ठ राजनेता (Former President and Senior Politician) है। इनका जन्म 11 दिसंबर 1935 को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुआ था। भारत के ऐसे रत्न को शत शत नमन!!!
निधन: 5 नवंबर 2011, कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, मुंबई
***दोस्तों भूपेन हज़ारिका ने अपने संपूर्ण जीवन में 1000 गाने तथा 15 किताबें लिखी इसी के साथ उन्होंने रुदाली, मिल गई मंजिल मुझे, साज, दरमियां, गजगामिनी, दमन और क्यों जैसी सुपरहिट फिल्मों में गीत दिए। भारत के ऐसे रत्न को शत शत नमन!!!
निधन: 27 फरवरी 2010, सतना, चित्रकूट
***दोस्तों, नानाजी देशमुख ने अपने संपूर्ण जीवन में निस्वार्थ देश की सेवा की। उन्हें कभी भी किसी भी मंत्री पद का लोभ न था। भारत के ऐसे रत्न को शत शत नमन!!!
Bharat Ratna Award Winner-2019 - Technical Prajapati |
भारत रत्न भारत का Highest Civilian Honor है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है। भारत रत्न की स्थापना 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी। पहला भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को दिया गया था। भारत रत्न के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमारे भारत रत्न पुरस्कार - भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान इस पेज पर जरुर विजिट करें।
भारत रत्न : प्रणब मुखर्जी
- 25 जुलाई 2012 से 25 जुलाई 2017 तक Pranab Mukherjee देश के राष्ट्रपति पद पर रहे हैं।
- देश का राष्ट्रपति राष्ट्रपति बनने से पूर्व वह 8 Times Cabinet Minister रहे। इस दौरान उन्होंने वित्त, विदेश, रक्षा और वाणिज्य जैसे मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाली।
- वर्ष 1974 में प्रणब मुखर्जी केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री बने तथा वे 1975, 1981, 1993 और 1999 में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए।
- उस समय की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इन्हें जब वह 35 वर्ष के थे राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया।
- सन 1969 में प्रणब मुखर्जी पहली बार राज्यसभा सांसद बनकर आए और वहीं से इनका Political Life शुरू हुआ।
***दोस्तों, हम सभी को पता है प्रणव मुखर्जी भारत के पूर्व राष्ट्रपति एवं वरिष्ठ राजनेता (Former President and Senior Politician) है। इनका जन्म 11 दिसंबर 1935 को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुआ था। भारत के ऐसे रत्न को शत शत नमन!!!
भारत रत्न : भूपेन हज़ारिका
- Bhupen Hazarika भारत के प्रसिद्ध गायक थे। मात्र 10 वर्ष की आयु में इन्होंने अपना First Song Record किया था।
- इन्होंने मात्र 13 वर्ष की आयु में अपना प्रथम गाना लिखा (Wrote The First Song) और ज्योति प्रसाद की फिल्म 'इंद्रमालती' में दो गाने भी गाए थे।
- सन 1942 में इन्होंने कला विषयों में इंटर तक की पढ़ाई पूरी की थी। जिसके बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर डिग्री (Masters Degree) हासिल की थी।
- भूपेन हज़ारिका के संगीत क्षेत्र में दिए गए अविस्मरणीय योगदान के लिए 1975 में National Award तथा 1992 में Film जगत का Highest Award - Dada Saheb Phalke से सम्मानित किया गया।
निधन: 5 नवंबर 2011, कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, मुंबई
***दोस्तों भूपेन हज़ारिका ने अपने संपूर्ण जीवन में 1000 गाने तथा 15 किताबें लिखी इसी के साथ उन्होंने रुदाली, मिल गई मंजिल मुझे, साज, दरमियां, गजगामिनी, दमन और क्यों जैसी सुपरहिट फिल्मों में गीत दिए। भारत के ऐसे रत्न को शत शत नमन!!!
भारत रत्न : नानाजी देशमुख
- Nanaji Deshmukh का जन्म 11 अक्टूबर 1916 को हुआ था। यह भारत के वरिष्ठ और प्रसिद्ध समाजसेवी (Senior & Famous Philanthropist) थे।
- इन्होंने पिलानी के Birla Institute से उच्च शिक्षा प्राप्त की इसके बाद वह 1930 के दशक में RSS में शामिल हो गए थे।
- नानाजी देशमुख लंबे समय से जनसंघ के साथ जुड़े हुए थे। इन्होंने वर्ष 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद भी मंत्री पद स्वीकार नहीं किया और जीवन भर Deendayal Research Institute के अंतर्गत चलने वाले विविध विकल्पों के विस्तार के लिए कार्य करते रहे।
- पूर्व प्रधानमंत्री Atal Bihari Vajpayee सरकार द्वारा इन्हें राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया गया था।
- नानाजी देशमुख को भारत सरकार द्वारा शिक्षा स्वास्थ्य व ग्रामीण स्वावलंबन के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान के लिए पद्म विभूषण भी प्रदान किया गया था।
निधन: 27 फरवरी 2010, सतना, चित्रकूट
***दोस्तों, नानाजी देशमुख ने अपने संपूर्ण जीवन में निस्वार्थ देश की सेवा की। उन्हें कभी भी किसी भी मंत्री पद का लोभ न था। भारत के ऐसे रत्न को शत शत नमन!!!
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