Padma Vibhushan Samman all information - Technical Prajapati |
दोस्तों आपको बता दें - यह सम्मान किसी भी क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति द्वारा किए गए असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है तथा इनमें सरकारी कर्मचारियों द्वारा की गई सेवाएं भी शामिल है। सरकारी कर्मचारियों को यह पुरस्कार सिविल सेवा क्षेत्र के अंतर्गत दी जाती हैं। पद्म विभूषण के बाद पद्म भूषण देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है।
पद्म विभूषण का इतिहास
दोस्तों जैसे कि हम सभी को पता है - पद्म विभूषण पुरस्कार की स्थापना 2 जनवरी 1954 में की गई थी। पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाता है - पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्मश्री। हालांकि, जब पद्म पुरस्कार की स्थापना की गई थी, तब इन तीनों श्रेणियों को पहला वर्ग, दूसरा वर्ग तथा तीसरा वर्ग के नाम से जाना जाता था। 8 जनवरी 1955 को जारी किए गए एक अध्यक्षीय अधिसूचना के अनुसार इनके नाम बदलकर पद्म भूषण तथा पद्मश्रीसन 1978 और 1979 तथा 1993 से 1996 तक इस सम्मान को स्थगित कर दिया गया था। 2020 के अंत तक इस पुरस्कार से अब तक कुल 314 व्यक्तियों को सम्मानित किया जा चुका है। आइए दोस्तों अब हम इस पुरस्कार के साथ दिए जाने वाले पदक के बारे में जानते हैं।
पद्म विभूषण पदक का वर्णन
दोस्तों आपको यह जानकर बेहद आश्चर्य होगा कि - पद्म विभूषण पुरस्कार विजेताओं को कभी स्वर्ण पदक भी प्रदान किया गया था। हालांकि वर्तमान में कांस्य से बना पदक दिया जाता है। सन 1955 में पद्म विभूषण पुरस्कार के साथ दिए जाने वाले पदक का डिजाइन प्रथम बार बदला गया था। सन 1957 में एक बार फिर इस पदक के डिजाइन में बदलाव किया गया था। तब से लेकर आज तक [2020] वही डिजाइन बरक़रार है। आइए अधिक जानते हैं।शुरुआती दौर (1954) का पद्म विभूषण पदक
दोस्तों यह सोने से बना एक गोल पदक था। जिसका व्यास 1-3/8" था। इसके मध्य में उभरा हुआ कमल का फूल तथा ऊपर 'पद्म विभूषण' और नीचे 'पुष्पहार' अंकित किया गया था। इस पदक के दूसरी ओर भारत सरकार का चिन्ह तथा ऊपर देश सेवा अंकित किया गया था। इसी के साथ नीचे कमल की माला अंकित थी।महत्वपूर्ण जानकारी :- दोस्तों इसका कोई भी प्रमाण उपलब्ध नहीं है कि - इस तरह का पदक पद्म विभूषण विजेताओं को प्रदान किया गया था अथवा नहीं।
1955 में पद्म विभूषण पदक के डिजाइन में बदलाव
सन 1955 में प्रथम बार पदक का स्वरूप बदल दिया गया। बदले गए स्वरूप के अनुसार यह पदक - कांस्य तथा सोने का बना हुआ था। कांस्य वर्ण से बने ज्यामिति स्वरूप वाले इस पदक का व्यास 1-3/16" था। इस पदक के मध्य में कमल की चार उमरी हुई पत्तियां सफेद सोने से बनी थी। इस फूल के ऊपर और नीचे रजत रंग (Silver Color) में पद्म विभूषण अंकित था। हालांकि, इस पदक का डिजाइन फिर बदल दिया गया।वर्तमान का पद्म विभूषण पदक
सन 1957 में दूसरी बार इस पदक का डिजाइन बदला गया और तब से लेकर आज तक [2020] इस पदक को पद्म विभूषण विजेता को दिया जाता है। 1957 के बदलाव के अनुसार - इस पदक के प्रचलित कांस्य वर्ण को चमकते हुए कांस्य वर्ण में बदल दिया गया।वर्तमान का पद्म विभूषण पदक - इस पदक का डिजाइन गोलाकार है जिस पर ज्यामिती आकृतियां हैं। गोल हिस्से की गोलाई 4.4 सेंटीमीटर तथा मोटाई करीब 0.6 मिलीमीटर है। इसके ऊपर गोलाकार में कमल के फूल की नक्काशी की गई है। कांस्य से कमल के ऊपर हिंदी में पद्म तथा कमल के नीचे विभूषण उकेरा गया है। पदक के दोनों तरफ सफेद सोने से अलंकरण किया गया है। नीचे दिए गए चित्र में आप वर्तमान में दिए जाने वाले पद्म विभूषण पदक को देख सकते हैं। इस पुरस्कार विजेता को मध्यम गुलाबी रंग के फिते के साथ इस पदक को पहनाया जाता है।
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पद्म विभूषण पुरस्कार विजेताओं की सूची
दोस्तों जैसे कि हमने जाना - सन 1954 से 2020 तक कुल 314 व्यक्तियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। हालांकि, सन 1978 और 1979 तथा 1993 से 1996 तक इस पुरस्कार को स्थगित कर दिया गया था। हमने इस पुरस्कार विजेताओं की सूची को दो भागों में बांटा है। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप विजेताओं की सूची 1954 से 2000 तथा 2001 से 2020 तक देख सकते हैं।✍ पद्म विभूषण पुरस्कार विजेताओं की सूची 2001 से 2020
✍ पद्म विभूषण पुरस्कार विजेताओं की सूची 1954 से 2000
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