अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग / विकलांग दिवस (अंग्रेजी : International Day of the Disabled / Handicapped Day) : प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को मुख्य रूप से दिव्यांगों के प्रति लोगों के व्यवहार में बदलाव लाने और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए मनाया जाता है इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र आम सभा द्वारा सन 1981 को ''विकलांग व्यक्तियों का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष'' घोषित किया गया था। आज किस पोस्ट में हम आपको इस दिवस के बारे में संपूर्ण और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग - विकलांग दिवस - International Day of the Disabled - Handicapped Day - Online Vidyalay
International Day of the Disabled - Handicapped Day - Technical Prajapati

अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग / विकलांग दिवस

विकलांगता दिवस, विकलांग व्यक्तियों के प्रति कुरणा, आत्म-सम्मान और उनके जीवन को बेहतर बनाने के समर्थन के उद्देश्य से हर साल 3 दिसंबर को दुनियाभर में मनाया जाता है। वर्ष 1976, को संयुक्त राष्ट्र आम सभा द्वारा 'विकलांगजनों के अंतरराष्ट्रीय वर्ष' के रूप में वर्ष 1981, को घोषित किया गया था। इसके बाद राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकलांग लोगों के लिए पुनरुद्धार, रोकथाम, प्रचार और बराबरी के मौकों पर जोर देने के लिए एक योजना का निर्माण किया गया।

संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा सन 1983 से सन 1992 को विकलांगों के लिए संयुक्त राष्ट्र के दशक की घोषणा की थी। क्योंकि, सरकार और संगठनों को विश्व कार्यक्रम में अनुशंसित गतिविधियों को लागू करने के लिए एक लक्ष्य प्रदान कर सकें। इसके पश्चात सन 1992 से प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को 'विश्व दिव्यांग दिवस' के रूप में मनाया जाता है।

विश्व विकलांग दिवस को मनाना क्यों आवश्यक है?

दोस्तों अगर आंकड़ों के अनुसार बात की जाए तो लगभग पूरी दुनिया में 15% लोग विकलांग हैं। ऐसे में बहुत जरूरी हो जाता है की - उन्हें भी अच्छी सेहत और समाज में आत्म सम्मान पाने का पूरा हक है। लेकिन, आमतौर पर ऐसा नहीं देखा जाता। इतना ही नहीं - अधिकतर लोग तो यह भी नहीं जानते कि - उनके आस पड़ोस में कितने दिव्यांग लोग रहते हैं। समाज में उन्हें उनके अधिकार मिल रहे हैं या नहीं। इन्हीं सभी कारणों की वजह से विकलांगजनों की वास्तविक स्थिति के बारे में सामान्य लोगों को बताने और जागरुक करने के लिए विश्व विकलांग दिवस मनाया जाता है।

विकलांगजन 'विश्व की सबसे बड़ी अल्पसंख्यकों' के तहत आते हैं; और उनके लिये उचित संसाधनों और अधिकारों की कमी के कारण जीवन के सभी पहलुओं में ढ़ेर सारी बाधाओं का सामना करते हैं। इसीलिए, हम सभी को जानना होगा की विकलांगता अभिशाप नहीं है।

हौसले हैं बुलंद - भारत के वीर धवल खाडे ने विकलांगता के बावजूद राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को तैराकी का स्वर्ण जीता था।

इनके जैसे ही और कई हमारे विकलांग भाई हैं - जिन्होंने साहसिक कार्य को अंजाम दिया है। उन्होंने यह साबित कर दिया है की - अगर मन में होगा विश्वास; तो कुछ भी नहीं असंभव।

अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस - थीम

दोस्तों, प्रतिवर्ष विकलांग दिवस एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है। वर्ष 2019 के लिए दिव्यांग दिवस की थीम 'विकलांग व्यक्तियों के नेतृत्व और उनकी भागीदारी को बढ़ावा देना' यह थी।
वर्ष 1998 की थीम - “कला, संस्कृति और स्वतंत्र रहन-सहन”
वर्ष 1999 की थीम - “नयी शताब्दी के लिये सभी की पहुंच”
वर्ष 2000 की थीम - “सभी के लिये सूचना क्रांति कार्य निर्माण”
वर्ष 2001 की थीम - “पूर्ण सहभागिता और समानता: प्रगति आँकना और प्रतिफल निकालने के लिये नये पहुंच मार्ग के लिये आह्वान”
वर्ष 2002 की थीम - “स्वतंत्र रहन-सहन और दीर्घकालिक आजीविका”
वर्ष 2003 की थीम - “हमारी खुद की एक आवाज”
वर्ष 2004 की थीम - “हमारे बारे में कुछ नहीं, बिना हमारे”
वर्ष 2005 की थीम - “विकलांगजनों का अधिकार: विकास में क्रिया”
वर्ष 2006 की थीम - “ई- एक्सेसिबिलीटी”
वर्ष 2007 की थीम - “विकलांगजनों के लिये सम्माननीय कार्य”
वर्ष 2008 की थीम - “विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों पर सम्मेलन: हम सभी के लिये गरिमा और न्याय”
वर्ष 2009 की थीम - “एमडीजी का संयुक्त निर्माण: पूरी दुनिया में विकलांग व्यक्तियों और उनके समुदायों का सशक्तिकरण”
वर्ष 2010 की थीम - “वादे को बनाये रखना: 2015 और उसके बाद की ओर शताब्दी विकास लक्ष्य में मुख्यधारा विकालांगता”
वर्ष 2011 की थीम - “सभी के लिये एक बेहतर विश्व के लिये एक साथ: विकास में विकलांग व्यक्तियों को शामिल करते हुए”
वर्ष 2012 की थीम - “सभी के लिये एक समावेशी और सुगम्य समाज उत्पन्न करने के लिये बाधाओं को हटाना”
वर्ष 2013 की थीम - “बाधाओं को तोड़ें, दरवाज़ों को खोलें: सभी के लिये एक समावेशी समाज और विकास”
वर्ष 2014 की थीम - “सतत् विकास: तकनीक का वायदा”
वर्ष 2015 की थीम - “समावेश मायने रखता है: सभी क्षमता के लोगों के लिये पहुंच और सशक्तिकरण”
वर्ष 2016 की थीम - विश्व विकलांग दिवस के लिए थीम "भविष्य के लिए 17 लक्ष्य हासिल करना"
वर्ष 2017 की थीम - विश्व विकलांग दिवस के लिए थीम "सभी के लिए टिकाऊ और लचीला समाज की ओर परिवर्तन"
वर्ष 2018 की थीम - "विकलांग व्यक्तियों को सशक्त बनाओ तथा उनके समावेश और समानता को सुनिश्चित करो (Improving Person with Disabilities and Insuring Inclusiveness and Equality)"
वर्ष 2019 की थीम - ''विकलांग व्यक्तियों के नेतृत्व और उनकी भागीदारी को बढ़ावा देना"

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