7 Dec - International Civil Aviation Day - Technical Prajapati |
अन्तर्राष्ट्रिय नागरिक उड्डयन दिवस
दोस्तों, आपको बता दें - सेना द्वारा संचालित उड़ानों को छोड़कर अन्य सभी प्रकार की उड़ानों को नागरिक उड्डयन के अंतर्गत ही माना जाता है। दो अमरीकी बंधु आरिविल राइट तथा विल्बर राइट आज के प्रचलित नागरिक एवं सैन्य उड्डयन के जनक माने जाते हैं।7 दिसंबर, 1944 को 54 देशों ने अमेरिका के शिकागो में 'International Civil Aviation Convention' पर हस्ताक्षर किए थे। 'International Civil Aviation Organization' (ICAO) सदस्य देशों के साथ मिलकर हवाई परिवहन को सभी के लिए उपयोगी बनाने के लिए कार्य करता है। सन 1994 में अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस की स्थापना ICAO की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर की गई थी।
अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस का उद्देश्य : राज्यों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के महत्व के बारे में दुनिया भर में जागरूकता फैलाना और इसे सुदृढ़ करने में मदद करना है। वास्तव में वैश्विक तेजी से पारगमन में सहयोग करने और महसूस करने में राज्यों की मदद करने में ICAO की महत्वपूर्ण भूमिका है।
अंतरराष्ट्रीय समझौते
युद्धकालीन हवाई यातायात के विराट विस्तार, विस्तार की तात्कालिक संभावनाओं तथा दूरदर्शिता ने यह आवश्यक बना दिया था कि - आकाश के उपयोग एवं उड्डयन संबंधी नियमों को सुस्थिर करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय समझौता किया जाए। उद्देश्य को मद्देनजर रखते हुए नवंबर, 1944 में 54 देशों के प्रतिनिधि शिकागो (USA) में एकत्रित हुए और चार समझौतों पर हस्ताक्षर किया गया। आइए आपको बताते हैं वह चार समझौते क्या थे?- अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन की शर्ते 4 अप्रैल 1947 से लागू किया गया। इनके अंतर्गत निम्नलिखित बातों का समावेश था।
- उड्डयन कला के विधिवत संचालन में सुविधा एवं सहयोग प्रदान करना तथा इसके प्राविधिक नियमों एवं कार्यविधि में अधिक से अधिक सामंजस्य स्थापित करने के लिए प्रयत्नशील होना।
- नागरिक उड्डयन के सभी पहलुओं में समता लाने के लिए एक स्थायी संघटन, अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संघ (ICAO) की स्थापना करना।
- ICAO के अंतर्गत कुछ समितियां स्थापित हुई जो नागरिक उड्डयन की विविध शाखाओं का काम देखती है दिखती थी। इन समितियों में एयर नैविगेशन कमीशन, एयर ट्रांसपोर्ट कमिटी और लीगल कमिटी शामिल हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय हवाई यातायात समझौते के आधार पर अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय वायु सेनाओं के लिए पांच स्वतंत्रताओं का बहुमुखी प्रस्ताव स्वीकृत किया गया।
- देशों से होकर गुजरने की स्वतंत्रता।
- आकस्मिक आवश्यकतावश रुक सकने की स्वतंत्रता।
- अपने देश से यात्रियों या सामान को किसी सदस्य राष्ट्र में ले जाने की स्वतंत्रता।
- किसी सदस्य देश से यात्रियों और सामान को स्वदेश लाने की स्वतंत्रता।
- किसी एक सदस्य देश से अन्य सदस्य देशों को यात्री अथवा माल ले जाने अथवा उतारने की स्वतंत्रता।
ICAO का सचिवालय और स्थायी हेडक्वार्टर कनाडा के मॉनट्रियल में स्थापित हुआ।
विमानन के बारे में आश्चर्यजनक तथ्य
दोस्तों संयुक्त राष्ट्र और विश्व के राष्ट्रों ने अब एजेंडा 2030 को अपनाया है और वैश्विक सतत विकास में एक नए युग की शुरुआत की है। वैश्विक संपर्क के इंजन के रूप में विमानन का महत्व शिकागो सम्मेलन के उद्देश्य के लिए कभी भी प्रासंगिक नहीं रहा है; क्योंकि, इसे अंतरराष्ट्रीय उड़ान के रूप में देखा जा सकता है। विमानन के बारे में 10 आश्चर्यजनक तथ्य, आइए आपको बताते हैं।- दुनिया की सबसे पुरानी एयरलाइन के.एल.एम (कोनिक्लीजके लुच्वर्ट मात्स्चैपीज का मतलब रॉयल डच एयरलाइंस) है। इसकी स्थापना 1919 में हुई थी और इसकी पहली उड़ान एम्स्टर्डम और लंदन के बीच 17 मई, 1920 को हुई थी।
- भारत की सबसे पुरानी एयरलाइन टाटा एयरलाइंस है। जिसे 1932 में JRD टाटा द्वारा स्थापित किया गया था और 1946 में यह एयर इंडिया बन गया।
- पायलट और सह पायलट एक ही प्रकार का भोजन नहीं करते हैं। क्योंकि, अगर एक भोजन विषाक्तता से ग्रस्त है तो दूसरा विमान को उड़ा सकता है।
- वर्ष 1987 में, अमेरिकन एयरलाइंस ने सलाद से 1 जैतून निकालकर $ 40,000 की बचत की, जो कि वे अपने ग्राहकों को प्रथम श्रेणी में प्रदान करते थे।
- 2015 में दुनिया के नागरिक उड्डयन बेड़े में 27,352 हवाई जहाज शामिल थे।
- विश्व की एयरलाइनों ने 2015 में 3.5 बिलियन लोगों को 4.1 ट्रिलियन यात्री-मील की संपूर्णता में ले लिया।
- सबसे पहली अनुसूचित वाणिज्यिक एयरलाइन की उड़ान 1 जनवरी, 1914 को फ्लोरिडा बे से सेंट पीटर्सबर्ग से तम्पा के बीच हुई थी।
- औसतन, केवल 25% ग्राहक पहली श्रेणी का पूरा किराया देते हैं, जबकि शेष लगातार उड़ान भरने वाले, एयरलाइन कर्मचारी या अपग्रेड होते हैं।
- औसतन, एक वाणिज्यिक उड़ान की गति 800 किमी / घंटा है।
- विमान में ऑक्सीजन मास्क से लगभग 15 मिनट तक ऑक्सीजन धारण कर सकते हैं।
वास्तविकता और समस्या
दोस्तों हमारी रोज की जिंदगी कई गुना रफ्तार से आगे बढ़ रही है। ऐसे में हमें समय का मूल्य पता चल रहा है। समय को बचाने के लिए कई बिजनेसमैन या कई लोग हवाई जहाज से सफर करते हैं। विमान उड्डयन अब हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनते जा रहा है। क्योंकि, इससे हमारे समय की बचत होती है। लेकिन, अभी भी चिंता की बात यह है कि पृथ्वी पर उपलब्ध इंधन का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। जो कि भविष्य में इंधन की होने वाली किल्लत को बढ़ा रहा है / देगा।हमारी जिम्मेदारी बनती है कि - हम आने वाली पीढ़ियों के लिए इंधन को बचा कर रखें। कई बार तो ऐसा भी होता है कि - विमान में पर्याप्त यात्री नहीं होते फिर भी विमान में बैठे यात्रिओं को उनके मंजिल तक पहुंचाया जाता है। ऐसे में बहुत सारे इंधन का उपयोग किया जाता है। इस पर अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन को ध्यान देना होगा।
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