18 अप्रैल विश्व धरोहर दिवस | विश्व धरोहर सूचि 1983-2018
18 अप्रैल : विश्व धरोहर दिवस अथवा विश्व विरासत दिवस 
जिसे मराठी में जागतिक वारसा दिन तथा इंग्लिश में World Heritage Day कहते है। चाहे आप किसी भी भाषा में इसका उच्चारण करें आखिर सबका मतलब एक ही है।

हेलो,नमस्कार दोस्तों,
फ्रेंड्स, प्रतिवर्ष 18 अप्रैल को पूरे विश्व में मानव सभ्यता से जुड़े ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से विश्व धरोहर दिवस अथवा विश्व विरासत दिवस मनाया जाता है।

18 अप्रैल विश्व धरोहर दिवस भारत के विश्व धरोहर स्थल की सूचि 1983-2018 Technical Prajapati


18 April : विश्व धरोहर दिवस कैसे मनाए जाने लगा

दोस्तों, संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनेस्को की पहल पर एक अंतर्राष्ट्रीय संधि की गई ज्योति विश्व के सांस्कृतिक प्राकृतिक धरोहर के संरक्षण के हेतु प्रतिबद्ध है, यह संधि सन 1972 में लागू की गई। प्रारंभ में मुख्यता तीन श्रेणियों में धरोहर स्थलों को शामिल किया गया।

◼ वह धरोहर स्थल जो प्राकृतिक रूप से संबद्ध हो अर्थात प्राकृतिक धरोहर स्थल
◼ सांस्कृतिक धरोहर स्थल
◼ मिश्रित धरोहर स्थल

फ्रेंड्स, वर्ष 1982 में इकोमार्क नामक संस्था ने ट्यूनिशिया में अंतर्राष्ट्रीय स्मारक और स्थल दिवस का आयोजन किया तथा उस सम्मेलन में यह भी बात उठी कि, विश्व भर में किसी प्रकार के दिवस का आयोजन किया जाना चाहिए।  

यूनेस्को की महासम्मेलन में इसके अनुमोदन के पश्चात 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस के रूप में मनाने के लिए घोषणा की गई। पूर्व में 18 अप्रैल को विश्व स्मारक तथा पुरातत्व स्थल दिवस के रूप में मनाए जाने की परंपरा थी।

भारत के धरोहर स्थल की सूचि

भारत के धरोहर स्थल की सूचि
Sr.Noधरोहर स्थलस्थान/राज्यघोषित वर्ष
1मुंबई का विक्टोरियन और आर्ट डेको एनसेंबलमुंबई2018
2अहमदाबाद का ऐतिहासिक शहरगुजरात2017
3ली कोर्बुज़िए के वास्तुशिल्पचंडीगढ़2016
4कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यानसिक्किम2016
5नालन्दा महाविहार (नालंदा विश्वविद्यालय)बिहार2016
6रानी की वावगुजरात2014
7ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यानहिमाचल प्रदेश2014
8राजस्थान के पहाड़ी दुर्गराजस्थान2013
9पश्चिमी घाटमहाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल2012
10जंतर मंतर, जयपुरराजस्थान2010
11दिल्ली का लाल किलादिल्ली2007
12छत्रपति शिवाजी टर्मिनसमहाराष्ट्र2004
13चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व उद्यानगुजरात2004
14भीमबेटका शैलाश्रयमध्य प्रदेश2003
15बोधगया का महाबोधि विहारबिहार2002
16भारतीय पर्वतीय रेल, दार्जिलिंग-1999
17कुतुब मीनार एवं अन्य स्मारकदिल्ली1993
18हुमायूँ का मकबरादिल्ली1993
19साँची के बौद्ध स्तूपमध्य प्रदेश1989
20नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान एवं फूलों की घाटीउत्तराखण्ड1988,2005
21महान चोल मंदिरतमिलनाडु1987
22पत्तदकलकर्नाटक1987
23एलिफेंटा की गुफाएँमहाराष्ट्र1987
24सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यानपश्चिम बंगाल1987
25खजुराहो स्मारक समूहमध्य प्रदेश1986
26फतेहपुर सीकरीउत्तर प्रदेश1986
27हम्पीकर्नाटक1986
28गोवा के गिरजाघर एवं कॉन्वेंटगोवा1986
29मानस राष्ट्रीय उद्यानअसम1985
30Germanyअसम1985
31केवलादेव राष्ट्रीय उद्यानराजस्थान1985
32महाबलिपुरम के स्मारक समुहतमिलनाडु1984
33कोणार्क सूर्य मंदिरओडिशा1984
34एलोरा गुफाएंमहाराष्ट्र1983
35ताज महलआगरा, उत्तर प्रदेश1983
36आगरा का किलाआगरा, उत्तर प्रदेश1983
37अजंता गुफाएँऔरंगाबाद, महाराष्ट्र1983

तो दोस्तों यह है हमारे भारत देश के ३७ धरोहर जिनकी हमें रक्षा करनी चाहिए। क्योंकि यह सभी धरोहर हमारे देश की शान है। 
दोस्तों आपको बता दें, इन धरोहरों के आलावा भी 2 ऐसे धरोहर है जिनके मूल्यांकन और स्वीकृति के लिए यूनेस्को समिति को प्रस्तुत की गई है। उन 2 धरोहर के नाम निचे दिए गए है। 

१. मट्टनचेरी पैलेस- मट्टनचेरी, कोच्चि, केरल
२. बिष्णुपुर के मंदिर - बिष्णुपुर, पश्चिम बंगाल 

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