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भारत के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सूचि 2019
भारत गणराज्य में 5 अगस्त 2019 के बाद 28 राज्य तथा 9 केंद्रशासित प्रदेश है। उन सभी राज्यों के मुखिया उन राज्यों के मुख्यमंत्री होते है। भारत के संविधान के अनुसार भले ही राज्य स्तर पर राज्यपाल क़ानूनन मुखिया होता है, लेकिन वास्तविकता में कार्यकारी प्राधिकारी का जिम्मा मुख्यमंत्री के पास ही होता है।मुख्यमंत्री कैसे चुना जाता है
अगर इस बारे में बात करें तो, राज्यपाल सामान्यतः सरकार बनाने के लिए राज्य विधान सभा चुनावों के बाद बहुमत वाले दल या गठबंधन के जरिए सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करता है। उसके बाद बहुमत वाले दल या गठबंधन के जरिए किसी एक को मुख्यमंत्री के रूप में चुना जाता है। अन्तः राज्यपाल, मुख्यमंत्री को नियुक्त करता है।
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मुख्यमंत्री का कार्यकाल
यदि विधानसभा में विश्वासमत प्राप्त हो तो मुख्यमंत्री का कार्यकाल सामान्यतः अधिकतम पाँच वर्ष का होता है। लेकिन अगर विधानसभा में अविश्वास प्राप्त हो तो मुख्यमंत्री का कार्यकाल उसी वक्त ख़ारिज हो जाता है।मुख्यमंत्री के कार्य और अधिकार
✱ मंत्रिपरिषद का निर्माण करना, मंत्रिपरिषद के सदस्यों की संख्या निश्चित करना और उसके लिए नामों की एक सूची तैयार करना यही मुख्यमंत्री का प्रथम कार्य होता है।
✱ इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री को प्रायः स्वतंत्र है; लेकिन व्यवहार में उसके ऊपर भी कुछ प्रतिबंध लगे हुए हैं। उसे अपने दल के प्रभावशाली व्यक्तियों, राज्य के विभिन्न भागों तथा सम्प्रदायों के प्रतिनिधियों को मंत्रिपरिषद में सम्मिलित करना पड़ता है।
✱ इसके आलावा उन्हें अपने दल की कार्य-कारिणी समिति का भी परामर्श लेना पड़ता है। उस दल के कुछ वयोवृद्ध, अनुभवी व्यक्तियों तथा नवयुवकों को भी मंत्रिपरिषद में सम्मिलित करना पड़ता है।
✱ मुख्यमंत्री को राज्यपाल की औपचारिक स्वीकृत के साथ मंत्रियों के बीच विभागों का वितरण करना होता है। भले ही इस कार्य में उन्हें पूर्ण स्वतंत्रता हो, लेकिन उन्हें अपने सहयोगी की इच्छा का आदर करना पड़ता है
✱ मुख्यमंत्री को मंत्रियों के साथ पारस्परिक सहयोगपूर्वक कार्य करना होता है। साथ ही साथ उनके मतभेद और विवादों का भी निर्णय करना होता है। उन्हें सभी विभागों के कार्यों की निगरानी और सामंजस्य का व्यापक अधिकार प्राप्त रहता है। वह विधान सभा के नेता होते है। विधेयक को पारित करने, धनराशि की स्वीकृति आदि में उसका व्यापक प्रभाव होता है।
✱ विधान सभा को विघटित करने का परामर्श वह राज्यपाल को दे सकते है।
✱ मुख्यमंत्री विधान सभा के प्रमुख प्रवक्ता होते है। उनके आश्वासन प्रामाणिक माने जाते हैं। वह विधान सभा में सरकार की नीति या अन्य आवश्यक तथा महत्त्वपूर्ण विषयों पर भाषण देते है।
✱ भारतीय संविधान के अनुसार नियुक्ति के जो भी अधिकार राज्यपाल को प्राप्त हैं। उन सभी अधिकारों का प्रयोग मुख्यमंत्री ही करता है।
उदाहरण : राज्य के महाधिवक्ता, राज्य लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष, सदस्य तथा राज्य के अन्य मुख्य पदाधिकारियों की नियुक्ति में मुख्यमंत्री का ही हाथ होता है।
✱ मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद की बैठकों का सभापतित्व करता है तथा सरकार के नीति-निर्धारण में उसका महत्त्वपूर्ण हाथ होता है। मंत्रिपरिषद और राज्यपाल के बीच संपर्क की कड़ी मुख्यमंत्री ही है। वह मंत्रिपरिषद के निर्णयों एवं अन्य शासन-सम्बन्धी महत्त्वपूर्ण विषयों की सूचना राज्यपाल को देते है।
✱ मुख्यमंत्री के हाथ में राज्य की सर्वोच्च कार्यपालिका होती है। वह राज्य का वास्तविक शासक होता है। राज्यपाल भी कोई भी कार्य मुख्यमंत्री के विश्वास तथा सम्मान का पात्र बनकर ही करता है।
***उम्मीद करते हैं दोस्तों, अब आपको मुख्यमंत्री से जुड़ी सारी बातें पता चल गई होंगी। आइए अब जानते हैं, भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सूचियाँ 2019 तक की। साथ ही साथ हम सभी राज्यों के सर्वप्रथम मुख्यमंत्रियों की सूची भी जानेंगे।
याद रहे दोस्तों, इसी के साथ हम आपको इसका पीडीएफ लिंक भी दे रहे हैं। जिसे आप डाउनलोड कर सकते हैं।
***तो दोस्तों यह है, वर्तमान में भारत के राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सूची।
आइए अब जानते हैं, भारत के राज्यों के प्रथम मुख्यमंत्रियों की सूची।
साथ ही साथ pdf डाउनलोड लिंक भी दी गई है जिस पर क्लिक करके इन सूची को डाउनलोड कर सकते हैं।
***दोस्तों यह थी, भारत के राज्यों के प्रथम मुख्यमंत्रियों की सूची।
उम्मीद करते हैं दोस्तों, हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आप सभी दोस्तों को बेहद पसंद आई होगी। अगर जानकारी पसंद आए तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। साथ ही साथ कमेंट बॉक्स में दी गई जानकारी के बारे में अपनी राय जरूर दें, क्योंकि दोस्तों कमेंट बॉक्स आपका ही है।
✱ इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री को प्रायः स्वतंत्र है; लेकिन व्यवहार में उसके ऊपर भी कुछ प्रतिबंध लगे हुए हैं। उसे अपने दल के प्रभावशाली व्यक्तियों, राज्य के विभिन्न भागों तथा सम्प्रदायों के प्रतिनिधियों को मंत्रिपरिषद में सम्मिलित करना पड़ता है।
✱ इसके आलावा उन्हें अपने दल की कार्य-कारिणी समिति का भी परामर्श लेना पड़ता है। उस दल के कुछ वयोवृद्ध, अनुभवी व्यक्तियों तथा नवयुवकों को भी मंत्रिपरिषद में सम्मिलित करना पड़ता है।
✱ मुख्यमंत्री को राज्यपाल की औपचारिक स्वीकृत के साथ मंत्रियों के बीच विभागों का वितरण करना होता है। भले ही इस कार्य में उन्हें पूर्ण स्वतंत्रता हो, लेकिन उन्हें अपने सहयोगी की इच्छा का आदर करना पड़ता है
✱ मुख्यमंत्री को मंत्रियों के साथ पारस्परिक सहयोगपूर्वक कार्य करना होता है। साथ ही साथ उनके मतभेद और विवादों का भी निर्णय करना होता है। उन्हें सभी विभागों के कार्यों की निगरानी और सामंजस्य का व्यापक अधिकार प्राप्त रहता है। वह विधान सभा के नेता होते है। विधेयक को पारित करने, धनराशि की स्वीकृति आदि में उसका व्यापक प्रभाव होता है।
✱ विधान सभा को विघटित करने का परामर्श वह राज्यपाल को दे सकते है।
✱ मुख्यमंत्री विधान सभा के प्रमुख प्रवक्ता होते है। उनके आश्वासन प्रामाणिक माने जाते हैं। वह विधान सभा में सरकार की नीति या अन्य आवश्यक तथा महत्त्वपूर्ण विषयों पर भाषण देते है।
✱ भारतीय संविधान के अनुसार नियुक्ति के जो भी अधिकार राज्यपाल को प्राप्त हैं। उन सभी अधिकारों का प्रयोग मुख्यमंत्री ही करता है।
उदाहरण : राज्य के महाधिवक्ता, राज्य लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष, सदस्य तथा राज्य के अन्य मुख्य पदाधिकारियों की नियुक्ति में मुख्यमंत्री का ही हाथ होता है।
✱ मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद की बैठकों का सभापतित्व करता है तथा सरकार के नीति-निर्धारण में उसका महत्त्वपूर्ण हाथ होता है। मंत्रिपरिषद और राज्यपाल के बीच संपर्क की कड़ी मुख्यमंत्री ही है। वह मंत्रिपरिषद के निर्णयों एवं अन्य शासन-सम्बन्धी महत्त्वपूर्ण विषयों की सूचना राज्यपाल को देते है।
✱ मुख्यमंत्री के हाथ में राज्य की सर्वोच्च कार्यपालिका होती है। वह राज्य का वास्तविक शासक होता है। राज्यपाल भी कोई भी कार्य मुख्यमंत्री के विश्वास तथा सम्मान का पात्र बनकर ही करता है।
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भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सूचि - 2019
***तो दोस्तों यह है, वर्तमान में भारत के राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सूची।
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साथ ही साथ pdf डाउनलोड लिंक भी दी गई है जिस पर क्लिक करके इन सूची को डाउनलोड कर सकते हैं।
भारत के राज्यों के प्रथम मुख्यमंत्रियों की सूची
***दोस्तों यह थी, भारत के राज्यों के प्रथम मुख्यमंत्रियों की सूची।
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